पांच दिनों की यात्रा पर आए ड्यूक और डचेज़ ऑफ कैम्ब्रिज – केट और विलियम – पाकिस्तान में शाही प्यार बिखेर रहे हैं. पाकिस्तान में ब्रितानी उच्चायुक्त थॉमस ड्रयू के शब्दों में, ‘शाही दंपत्ति देश की व्यापकता और गहनता का अनुभव करना चाहेंगे.
ब्रितानी शाही परिवार के पाकिस्तान दौरे का ये मौका 13 वर्षों बाद आया है. इससे पहले 2006 में प्रिंस ऑफ वेल्स चार्ल्स और उनकी पत्नी डचेज़ ऑफ कॉर्नवाल कैमिला ने पाकिस्तान का दौरा किया था. हालांकि राजकुमारी डायना के 1991, 1996 और 1997 के पाकिस्तान दौरे सर्वाधिक यादगार माने जाते हैं. महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय भी दो बार पाकिस्तान आ चुकी हैं – 1961 में और फिर पाकिस्तानी स्वतंत्रता दिवस के स्वर्ण जयंती समारोहों के दौरान 1997 में.
सरकार ने शाही दौरे को एक अच्छा संकेत मानते हुए कहा है कि इससे जाहिर हो जाता है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान अलग-थलग नहीं है, और इससे पाकिस्तान को सॉफ्ट पावर की छवि स्थापित करने में मदद मिलेगी. पिछली बार यही बात नया पाकिस्तान की तामीर के समय कही गई थी. इसलिए ऐसी घोषणाओं से हमारे अप्रभावित रहने को अन्यथा न लें.
वास्तव में केट और विलियम की यात्रा से किसी को परेशानी नहीं है. वो हर साल पाकिस्तान दौरे पर आएं, हम स्वागत करेंगे. असल समस्या सरकार की बदइंतजामी से है. जैसे, मंगलवार को इस्लामाबाद में यातायात घंटों तक बाधित रहा. अधिकारियों ने इतनी बारीकी से योजना बनाई थी कि शाही दौरा आमलोगों के लिए शाही सियापा बन गया.
Ladies and gentlemen, presenting to you capital Islamabad’s total mess as roads blocked again to allow William and Kate free passage across the city. Ambulances stuck. People stuck. Families stuck. What a shame. What a farce. pic.twitter.com/mPXGUsVYcP
— Syed Talat Hussain (@TalatHussain12) October 15, 2019
रिक्शा की सवारी से मच्छरों तक
हर देश के लिए शाही दौरों का उद्देश्य लगभग एक जैसा होता है. प्यार बांटना. इसलिए, यदि आप सोचते हों कि शाही जोड़ा ईशनिंदा का आरोप झेल रहे या लापता कर दिए गए लोगों के बारे में या मानवाधिकार के मुद्दे पर बोलेगा, तो जाहिर है आपको गलतफहमी है. औपनिवेशिक अतीत के मुद्दे को भी भूल ही जाएं.
यह भी पढे़ं : 7 तरीके जिनसे इमरान के अमेरिकी दौरे को उनके समर्थकों ने कामयाब साबित किया
शाही जोड़ा कुछ मज़ेदार गतिविधियों में ज़रूर शामिल दिखा, जैसे इस्लामाबाद में एक आकर्षक ऑटोरिक्शा की सवारी करना, जहां कि वास्तव में ऑटोरिक्शों पर पाबंदी है. दरियादिल मेजबान होने के कारण हम शाही मेहमानों के मामले में कोई चालान नहीं काटते. वैसे क्या पता ब्रेक्जिट के बाद ब्रितानी शाही परिवार के लिए रिक्शे की सवारी वास्तविकता बन जाए.
कुछ लोगों ने ऑटोरिक्शा ड्राइवर के रूप में प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को शाही जोड़े को घुमाते दिखाया है – वे सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के अपने शाही मेहमानों के उत्साही ड्राइवर के रूप में प्रसिद्ध जो हैं.
#UberPM pic.twitter.com/DK2yQnNKVI
— Mochi موچی (@TheHawaldar) October 12, 2019
शाही मेहमानों के लिए सुरक्षा व्यवस्था भले ही चाक-चौबंद हो पर पाकिस्तान में डेंगू के प्रकोप को देखते हुए बहुतों को शाही जोड़े के स्वास्थ्य की चिंता हो रही है. इसी सिलसिले में मलका-ए-बर्तानिया ने ट्वीट कर राजकुमार विलियम को सोने से पहले सिर पर भी मच्छर-रोधी क्रीम लगाने का मशविरा दिया है.
Shehzaday ko kaha hai raat ko sar par bhi Mospel laga ker soye
— Queen Elizabeth (@MalkaEBartania) October 15, 2019
उम्मीदों का बोझ
हमेशा की तरह, पाकिस्तान में बहुत से लोगों ने शाही जोड़े से असाधारण उम्मीदें लगा रखी हैं. कुछ लोग इस दौरे को हर किसी के गाल पर तमाचे के रूप में देखते हैं. जी हां, ये बात मायने नहीं रखती कि आप कौन हैं या आपको विलियम और केट की कोई परवाह है या नहीं, पर आपको थप्पड़ तो पड़ा ही है.
I'm sorry but these pictures are actually a big slap on our so called liberal society and specifically actresses. Look how she's respecting our cultural values by wearing these dresses. This shows our perception in her mind. Thank You Her Highness. #RoyaltourPakistan pic.twitter.com/NQLAE49bo0
— R I D A ..? (@__SyedaRida) October 15, 2019
और फिर, ऐसा मानने वाले लोग भी हैं जिन्हें लगता है कि इस दौरे से आतंकवाद के वित्तपोषण पर नज़र रखने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था एफएटीएफ की मौजूदा बैठक से ध्यान बंटाने में मदद मिल सकेगी. ऐसे लोग इस अवसर को ‘मोदी और अजीत डोभाल के बुरे दिन और पाकिस्तान के अच्छे दिन’ के रूप में देखते हैं. पिछले साल पाकिस्तान को ग्रे-लिस्ट में डालने का प्रस्ताव अमेरिका ने दिया था जिसे फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी ने समर्थन दिया, इसलिए पाकिस्तानियों का विलियम और केट से इस मुसीबत से निकलवाने की उम्मीद लगाना शाही जोड़े से उनके लगाव को ही दर्शाता है.
As Prince William and Princess Kate arrives in Islamabad the Kensington Palace reminded the world and FATF in a statement that the British Royal Couple is showcasing Pakistan as “a dynamic, aspirational and forward-looking nation," Bad day Modi and Ajit Doval Good Day Pakistan pic.twitter.com/UtQVGrpk9Y
— Kamran Khan (@AajKamranKhan) October 14, 2019
इसके अलावा पाकिस्तानी पुरुषों और महिलाओं का एक और वर्ग है जो केट मिडलटन के देसी अवतार पर आनंदातिरेक का अनुभव कर रहा है. शायद ये लोग केट से आगे बिल्कुल गोल रोटी पकाने की भी उम्मीद करें. उनके दुपट्टे, कमीज़ और सलवार में इन लोगों ने देसी ‘उदारवादियों’ और ‘नारीवादियों’ को निशाना बनाने की वजह ढूंढ ली. इनके हिसाब से केट हमारी संस्कृति का सम्मान करती है जो कि दुपट्टा नहीं डालने या पश्चिमी ढंग के कपड़े पहनने वाली पाकिस्तानी महिलाओं के मुंह पर एक ‘करारा तमाचा’ है.
नैतिकता के इन स्वयंभू पहरुओं को केट के पाकिस्तान में सलवार-कमीज़ पहनने में ‘हमारी संस्कृति’ के प्रति उनका सम्मान दिखता है, वहीं अभिनेत्री माहिरा ख़ान का न्यूयॉर्क में एक छोटी सफेद पोशाक पहनना अपनी संस्कृति का अपमान लगता है. पाखंड नहीं है ये?
यह भी पढे़ं : पाकिस्तान के लिए अपने फर्ज़ निभा चुके पीएम इमरान, अब तो उन्हें हमेशा भारत की फिक्र है
There's just something about a Dupatta/Chaddar that makes any women look Graceful. #RoyaltourPakistan #KateMiddleton #RoyalsVisitPakistan pic.twitter.com/bDHaH6j0Cw
— zahid Jamal ? (@zahidjamal345) October 15, 2019
चूंकि बात महिलाओं की ड्रेस और झुमकों पर केंद्रित है, तो क्या ये सवाल नहीं किया जाना चाहिए कि जब भविष्य में पाकिस्तान की फर्स्ट लेडी ब्रिटेन जाएंगी तो क्या पश्चिमी संस्कृति के सम्मान में वह वहां केट जैसी ड्रेस पहनेंगी?
Thanks for acknowledging our Culture. ♥️
Desi Liberals & Feminists where are you all?#RoyalCouple pic.twitter.com/gpa6lqlj0A— Dr Sohail Khan (@DrSohaiil) October 15, 2019
खूबसूरत प्रधानमंत्री
निश्चय ही केट ने पाकिस्तान में अपने बहुत सारे प्रशंसक बनाए हैं, पर सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीके इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के समर्थकों की मानें तो डचेज़ ऑफ कैम्ब्रिज इमरान ख़ान पर फिदा हैं. अभी कुछ महीने पहले उन्हें लग रहा था कि ख़ान पर मेलानिया ट्रंप मंत्रमुग्ध हैं.
Don't kill me but c'mon look at them!
❤ "When Royalty meets Royalty" ❤#RoyaltourPakistan pic.twitter.com/f4Z1JIT2JN— Capt. Zavaanish Shah (@Zavaanish) October 15, 2019
#RoyaltourPakistan
Pehle @FLOTUS
Then @TheKateUpdate PRINCESS
?????????
Hye humara handsome PM ?@ImranKhanPTI#royalcouple #RoyalVisit pic.twitter.com/oI9JCmprqE— پاکستان میری جان?? (@patrioticsoul99) October 15, 2019
जिसका नेता पाकिस्तान को मदीना जैसा कल्याणकारी राज्य बनाना चाहता हो, मेरी समझ से उस पार्टी का प्रधानमंत्री के प्लेबॉय अतीत पर आनंदित होना थोड़ा विरोधाभासी है.
(लेखिका पाकिस्तान की एक स्वतंत्र पत्रकार हैं. वो @nailainayat हैंडल से ट्वीट करती हैं. यहां व्यक्त विचार उनके निजी हैं.)
(इस लेख को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)