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Thursday, 18 April, 2024
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नवदीप सैनी के लिए अब संघर्ष को कामयाबी में बदलने का वक्त आ गया है

नवदीप सैनी के करियर में गौतम गंभीर का बड़ा योगदान है. उन्होंने ही सबसे पहले नवदीप सैनी की मदद की थी. इससे पहले वो हरियाणा में छोटी-छोटी रकम के लिए मैच खेला करते थे.

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नवदीप सैनी भारतीय क्रिकेट टीम की तेज गेंदबाज़ी यूनिट के नए स्टार हैं. श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज़ में उन्हें प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ चुना गया. अब उनके सामने अगली सीरीज़ ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ है. 14 जनवरी से शुरू हो रही इस सीरीज़ में 3 वनडे मैच खेले जायेंगे. नवदीप जिस आत्मविश्वास के साथ गेंदबाज़ी कर रहे हैं. उससे लगता है कि वो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बड़े मंच पर खुद को साबित करने की रणनीति तैयार कर चुके हैं. अपने शुरुआती दिनों के संघर्ष से निकलकर वो स्टार बनने के लिए कदम बढ़ा रहे हैं. श्रीलंका के ख़िलाफ़ टी-20 सीरीज़ में उन्होंने विकेट लिए. इंदौर में खेले गए टी-20 मैच में नवदीप सैनी ने 4 ओवर में 18 रन देकर 2 विकेट लिए थे. सीरीज़ के आखिरी मैच में भी उन्होंने 28 रन देकर 3 विकेट लिए. दोनों मैचों को मिलाकर नवदीप सैनी ने 26 डॉट बॉल फेंकी. टी-20 में 26 डॉट बॉल किसी भी गेंदबाज़ की सटीक गेंदबाज़ी और पैनेपन को समझने के लिए काफ़ी है.

क्या है नवदीप सैनी की गेंदबाज़ी की ख़ासियत

नवदीप सैनी बचपन में टेनिस बाल से गेंदबाज़ी करते थे. यही वजह है कि उनकी गेंदबाज़ी में रफ़्तार उनके क्विक आर्म एक्शन से आती है. इसके अलावा उनकी तेज गेंदबाज़ी का एक और राज है. वो है- सैनी का रन अप और स्ट्राइड. इन दोनों बातों की वजह से भी सैनी को स्पीड जेनरेट करने में मदद मिलती है. नवदीप सैनी कलाई और कंधे का एक साथ और सही उपयोग करते हैं. जिसका फ़ायदा उन्हें मिलता है. इसके अलावा सैनी गेंद को ‘मूव’ कराने के लिए क्रीज का सही इस्तेमाल करते हैं, जो एक परिपक्व गेंदबाज़ की पहचान है. नवदीप सैनी में लंबे स्पेस फेंकने की क्षमता है.


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नवदीप सैनी को समझने के लिए ये क़िस्से जानना ज़रूरी

रणजी ट्रॉफ़ी के एक मैच में आंध्र के ख़िलाफ़ नवदीप सैनी ने लंबा स्पेल किया था. इसके बाद से लोग उन्हें जानने लगे. फिर वो वक्त आया जब नवदीप सैनी का नाम पिछले कुछ महीनों से लगातार चर्चा में था. उन्हें लेकर भारतीय टीम मैनेजमेंट में लगातार बातचीत चल रही थी. 2019 विश्व कप की टीम में उन्हें जगह नहीं मिली. लेकिन उन्हें इंग्लैंड भेजा गया. जहां उन्होंने नेट्स में भारतीय बल्लेबाजों को प्रैक्टिस कराई. लेकिन, इससे पहले भी नवदीप सैनी के करियर के कई बड़े किस्से हैं.


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उनके करियर में गौतम गंभीर का भी बड़ा योगदान है. उन्होंने ही सबसे पहले नवदीप सैनी की मदद की थी. इससे पहले वो हरियाणा में छोटी-छोटी रकम के लिए मैच खेला करते थे. इसमें से कई मैच ऐसे थे जो उन्होंने टेनिस बॉल से खेले हैं. क्रिकेटर सुमित नरवाल की नजर उन पर गई और उन्होंने नवदीप सैनी को दिल्ली आने को कहा. पिछले साल के आईपीएल में नवदीप सैनी का एक किस्सा बड़ा मशहूर हुआ. सीजन का पहला ही मैच था. मुकाबला था- रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच. इस मैच में आरसीबी का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा. पूरी टीम सिर्फ 70 रनों पर सिमट गई थी. चेन्नई की टीम 71 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी. चेन्नई के ओपनर शेन वॉटसन क्रीज पर थे. इसी मैच में नवदीप सैनी का बाउंसर सीधे शेन वॉटसन के हेलमेट पर टकराया. उस गेंद की रफ्तार 150 किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा की थी. इसके बाद से ही नवदीप सैनी का नाम हर कोई जान गया. अब उसी नाम के और बड़ा होने का सफ़र शुरू हो चुका है.

(शिवेंद्र कुमार सिंह खेल पत्रकार हैं. पिछले करीब दो दशक में उन्होंने विश्व कप से लेकर ओलंपिक तक कवर किया है. फिलहाल स्वतंत्र लेखन करते हैं.)

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