महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की पत्नी अमृता फड़नवीस की पिछले तीन साल में काफी बड़ाई और बुराई भी हुई है, लेकिन इससे वह अपनी पसंद अपनाना नहीं भूली हैं.
मंगलवार को, मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की पत्नी अमृता फड़नवीस को एक निजी रेडियो स्टेशन पर क्रिसमस चैरिटी-इवेंट का प्रचार करने के लिए सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया गया.
ट्विटर पर लोगों ने उन्हें एक ईसाई त्योहार से जुड़े कार्यक्रम का प्रचार करने के लिए काफी बुरा भला कहा, उनके धार्मिक विश्वास पर सवाल उठाए और हिंदू त्योहारों का प्रचार न करने के लिए जमकर बुरा-भला कहा.
यह हालांकि, 38 वर्षीया अमृता फड़नवीस के लिए पहली बार नहीं है. पिछली बार, उनकी आलोचना दूसरी तरफ के लोगों ने की थी, जब उन्होंने स्वयंभू बाबा गुरुवानंद स्वामी से सोने की चेन ली थी और उनका सम्मान किया था.
स्वामी ने कथित तौर पर वह चेन पुणे स्थित एक प्रबंधन संस्थान के कार्यक्रम में हवा से प्रकट की थी. मुख्यमंत्री की पत्नी के इसे स्वीकार करने पर अंधविश्वास-विरोधी कार्यकर्ता नाराज़ हो गए थे। अमृता फड़नवीस ने दोनों ही घटनाओं पर त्वरित प्रतिक्रिया दी—पहली में ज़ोर देकर कहा कि प्यार, सहानुभूति और साझेदारी का कोई धर्म नहीं होता और दूसरी घटना पर उन्होंने कहा कि एक बुजुर्ग को जैसा सम्मान देना चाहिए, वैसा ही उन्होंने स्वामी को सम्मान दिया और वह इन्हीं जीवन-मूल्यों के साथ बड़ी हुई हैं.
खैर, महाराष्ट्र की ‘प्रथम महिला’ हमेशा ही सार्वजनिक तौर पर लोगों की निगाह में रहती हैं, क्योंकि पिछले तीन साल में उन्होंने मुख्यमंत्री की पत्नी की पारंपरिक छवि को ही रूपांतरित कर दिया है. भाजपा की शायना एनसी तब से अमृता फड़नवीस की दोस्त हैं, जब से वह मुंबई आयीं। दरअसल, फड़नवीस और उनकी बेटी दिविजा ने मुंबई में अपना पहला दिन शायना और उनके बेटे अयान के साथ एक उपनगरीय मॉल मे ही गुजारा. शायनाकहती हैं, ‘मेरी सोच में यह एक महत्वपूर्ण बात है, क्योंकि वह खुद एक पहचान रखती हैं। वह केवल मुख्यमंत्री की पत्नी न होकर एक अच्छी गायिका, एक बैंकर और समाज के लिए काम करनेवाली कार्यकर्ता भी हैं.’
ज़ाहिर तौर पर ट्विटर पर आए तूफान में शायना ने अमृता का साथ दिया। वह कहती हैं ‘वह दीवाली में साड़ी बांटें या क्रिसमस में उपहार, यह दान है. मेरे ख्याल से इसे धार्मिक कोण देना गलत है.’
नागपुर से कॉमर्स में स्नातक अमृता ने पुणे के सिंबायसिस कॉलेज से एमबीए किया है. उन्होंने पहले दिन से ही यह साफ कर दिया था कि मुख्यमंत्री की पत्नी के तौर पर उनकी प्राथमिकताएं अलग होंगी. उन्होंने एक्सिस बैंक में काम करना ज़ारी रखा, नागपुर से मुंबई अपना स्थानांतरण करवाया और सुरक्षा के तामझाम को न्यूनतम रखा, जब वह पहले दिन अपने शानदार काले सूट में काम पर गयीं. अमृता फड़नवीस ने कहा कि वह अपनी कामकाजी मां चारुलता रानडे को अपना आदर्श मानती हैं, जो स्त्री-रोग विशेषज्ञ हैं. उनके पिता, शरद रानडे, नेत्र-विशेषज्ञ हैं.
उस समय से, वह न केवल एक्सिस में उप-अपाध्यक्ष के तौर पर काम कर रही हैं, बल्कि कई हाइ-प्रोफाइल कार्यक्रमों से भी जुड़ी रही हैं. उन्होंने कामकाजी महिलाओं के महत्व को स्थापित किया और घर तक महिला-सशक्तिकरण को ले जाती हैं. वह अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लगातार एक्सिस बैंक की शिकायतों पर प्रतिक्रिया देती हैं, जिसे उन्होंने मार्च 2016 में बनाया था.
अमृता फड़नवीस के एक निजी बैंक से जुड़े रहने से हालांकि उनके पति के लिए मुश्किलें हुई हैं. 2016 में कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अपनी पत्नी की सिफारिश कर रहे हैं और मुंबई की झुग्गी झोंपड़ियों के पुनर्निर्माण में लगे डेवलपर्स को पत्नी के बैंक में खाता खोलने को कह रहे हैं. हालांकि, देवेंद्र और अमृता फड़नवीसी ने इन आरोपों को निराधार बताया है.
अपने पेशेवर काम के अलावा, अमृता फड़नवीस ने सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर भी अपनी पहचान बनायी है. पिछले तीन वर्षों में उन्होंने नागपुर ज़िले के कावड़ा और फेटरी जैसे गांवों को गोद लिया है, लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए न्यूयॉर्क फैशन वीक में रैंप पर चली हैं और अपने एनजीओ के जरिए इस साल मुंबई में एसिड-हमले से बचे हुओं के लिए एक रैंप-वॉक का आयोजन किया.
कुछ मायनों में महाराष्ट्र ने अमृता की आवाज़ अधिक सुनी है, बनिस्बत उनके मुख्यमंत्री पति के. वह प्रशिक्षित शास्त्रीय गायिका हैं. उन्होंने अपने पति के कार्यालय संभालने के बाद कई जगह प्रदर्शन दिया है, मराठी और हिंदी फिल्मों के लिए गाया है और अमिताभ बच्चन के साथ एक म्यूज़िक वीडियो में नज़र आयी हैं.
दक्षिण मुंबई में हाल ही में फिर से खुले ऑपेरा हाउस में इस म्यूजिक वीडियो की शूटिंग हुई, जिसमें अमृता एक लकदक लाल ड्रेस बच्चन के साथ नाच रही हैं। हालांकि, वीडियो को भी फूल के साथ पत्थर भी मिले. राजनीतिक गलियारों में कई ने दबी हुई आवाज में कहा कि मुख्यमंत्री की पत्नी का छोटे और टाइट कपड़े पहनना और दूसरों के साथ नाचना ठीक नहीं था.
जहां अमृता ने मुख्यमंत्री की पत्नी की छवि बदल डाली है, उन्होंने अपने स्थान का इस्तेमाल खुद को एक बैंकर और गायिका के तौर पर स्थापित करने में लगाया है, न कि समाज की भलाई के लिए इसका सकारात्मक इस्तेमाल किया है, राकांपा की विद्या चह्वाण ने ‘दप्रिंट’ से बातचीत में बताया। वह कहती हैं, ‘किसी मुख्यमंत्री की पत्नी ने अब तक ऐसा नहीं किया था। कोई नयी पीढ़ी से हो सकता है, आधुनिक हो सकता है, लेकिन कुछ कायदे हैं, जिनका पालन करना जरूरी है और उनको यह भी पता होना चाहिए कि सार्वजनिक जीवन में कैसे कपड़े पहनने चाहिए.’