दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है।
तेल की कीमतों में बढ़ोतरी दिन के कार्टूनो का प्रमुख विषय रही है। दुनिया भर में ईंधन की कीमतों में वृद्धि जारी है, इसके चलते भारत पर विशेष रूप से फर्क पड़ा है, क्योंकि भारत कच्चे तेल की 80 फीसदी जरूरतों का आयात करता है।
बीबीसी हिंदी में कीर्तिश भट्ट दर्शा रहे हैं कि भाजपा सरकार की कर्नाटक में हार का गुस्सा सरकार ईंधन की कीमतों को बढ़ा कर दिखा रही हैं।
न्यूज18 में, मीर सुहेल ने सुझाव दिया कि ईंधन की बढ़ती कीमतें लोगों को उस समय में जाने के लिए मजबूर कर सकती हैं जहां कारें और बाइक मौजूद नहीं थीं।
कार्टूनिस्ट अरविंद चेतन भगत का मजाक उड़ाते हुए कह रहे हैं कि यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान जब भी तेल की कीमतों में इजाफा होता था तो वह सरकार पर दोष डालते थे जबकि एनडीए सरकार में उन्हीं बढ़ती हुई तेल के कीमतों को वह सही ठहराते हुए जटिल स्पष्टीकरण देते हैं। चेतन भगत ने कार्टून पर ट्वीट करके जवाब दिया: “प्यारा कार्टून, लेकिन मेरे विचार अभी भी समान हैं – 2010 में और 2018 में ईंधन पर उत्पाद शुल्क बहुत अधिक है। अब वह यूपीए हो या बीजेपी, हिंदू हो या मुस्लमान, गर्मी हो या सर्दी, शाकाहारी हो या मांसाहारी, दलित हो या गैर-दलित, सबके लिए सामान है। अब मूल मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करें और अपने विभाजनकारी विचार को त्याग दें।
नाला पोनप्पा ने दर्शाया है कि कर्नाटक के चुनावों के बाद तेल की कीमतों में वृद्धि हुई है, वे यह सुझाव भी दे रहे हैं कि इस वृद्धि को कुछ भी नहीं रोक सकता।
द हिंदू में, केशव ने आने वाले 2019 के चुनावों में राहुल गांधी की भूमिका का मजाक उड़ाया है। केशव सुझाव दे रहे हैं कि शायद राहुल गाँधी राजा ना बन पाएं जो वह चाह रहे हैं लकिन वह “किंगमेकर” ज़रूर बन सकते हैं।
Read in English: Last Laughs: Oil prices skyrocket and Rahul Gandhi the ‘kingmaker’