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Monday, 18 November, 2024
होमलास्ट लाफबिहार को फ्लैग कोड से अधिक 'लाठी कोड' की आवश्यकता क्यों है

बिहार को फ्लैग कोड से अधिक ‘लाठी कोड’ की आवश्यकता क्यों है

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए पूरे दिन के सबसे अच्छे कार्टून.

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दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.

आज के फीचर कार्टून में, कीर्तिश भट्ट ने पटना में नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों सहित सैकड़ों प्रदर्शनकारियों के प्रति बिहार पुलिस की हिंसक प्रतिक्रिया पर टिप्पणी की है. प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (कानून एवं व्यवस्था) के.के. सिंह ने तिरंगे के ऊपर जमीन पर पड़े एक प्रदर्शनकारी की पिटाई की.

सतीश आचार्य | ट्विटर

अपने कार्टून में, सतीश आचार्य गौतम अडानी द्वारा हाल ही में एनडीटीवी में लगभग 30 प्रतिशत शेयर खरीदने पर टिप्पणी करते हैं और कहते हैं कि संस्थापक प्रणय और राधिका रॉय की सहमति के बिना यह किया गया है.

संदीप अध्वर्यु | द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया.

संदीप अध्वर्यु ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर कटाक्ष किया, जिन्होंने सत्ता में आने के बाद 10 लाख नई नौकरियां सृजित करने का वादा किया था. फिर भी, उन्होंने केवल अपने और अपने भाई तेज प्रताप यादव के लिए नए बिहार मंत्रिमंडल में पदों का सृजन किया है.

साजिथ कुमार | ट्विटर

साजिथ कुमार दर्शाते हैं कि इस महीने की शुरुआत में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संसदीय बोर्ड से नितिन गडकरी को हटा दिया गया है और वो नितिन गडकरी की हालिया टिप्पणियों का मजाक उड़ाते हैं.

ई.पी. उन्नी | इंडियन एक्सप्रेस

ईपी उन्नी देश में नौकरियों की कमी पर कटाक्ष करते हैं, खासकर पटना में एक विरोध प्रदर्शन में बिहार पुलिस द्वारा नौकरी के उम्मीदवारों पर लाठीचार्ज को दर्शाते हैं.

(इन कार्टून्स को अंग्रेजी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)

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