दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने दिन के सबसे अच्छे कार्टून..
आज के चित्रित कार्टून में, सतीश आचार्य ने मुजफ्फरनगर में ‘किसान महापंचायत‘ में भाजपा के खिलाफ किसान नेताओं के बयानों की तुलना टीवी विशेषज्ञों के से की है. योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सत्ताधारी पार्टी अगले साल के विधानसभा चुनावों के सत्ता में वापस आएगी.
साजिथ कुमार 2022 के चुनाव में यूपी और पंजाब में राजनेताओं को चोट पहुंचाने की धमकी देने वाले किसान के हल को भी दर्शाते हैं.
संदीप अध्वर्यु ने भारत की GDP में 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करने की हालिया रिपोर्टों और CMIE के आंकड़ों के बीच एक समानांतर चित्रण किया है जिसमें बताया गया है कि अगस्त में 15 लाख से अधिक भारतीयों ने अपनी नौकरी खो दी.
ई.पी. उन्नी भाजपा सरकार के राजनीतिक ‘प्रतिद्वंद्वी’ पर दर्शाती है एक तरफ यूपी किसान गठबंधन, और दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इसकी सदियों पुरानी दुश्मनी.
जहां पूरी दुनिया नए तालिबान शासन मे अफगानिस्तान के महिलाओं की दुर्दशा के बारे में बात कर रहे है, वहीं नाला पोनप्पा ने भारतीय महिलाओं की दुर्दशा पर भी विचार करने की मांग की है.
(इन कार्टून्स को अंग्रेज़ी में देखने के लिए यहां किल्क करें)