दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
साजिथ कुमार सुझाव देते हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए मायावती की बहुजन समाज पार्टी और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के बीच हुआ गठबंधन भारतीय जनता पार्टी के लिए खतरा हो सकता है. भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में भले सबका सफाया कर दिया था लेकिन फिर भी नरेंद्र मोदी को इस गठबंधन को हल्के में नहीं लेना चाहिए.
कार्टूनिस्ट महमूद सपा-बसपा के नए गठबंधन को बीजेपी की राह में रोड़ा देखते हैं और उन्हें लगता है कि हाथी (बसपा का चुनाव चिन्ह) पर सवार सपा इस बार मोदी-शाह-योगी की तिकड़ी पर भारी पड़ेगा.
संदीप अध्वर्यु ने टाइम्स ऑफ इंडिया में सुझाया है कि सपा और बसपा का गठबंधन ऐसा प्रतीत हो रहा जैसे एक कमरे में बंद हाथी ने भाजपा के सीटों के बढ़ने के दावे पर अपनी छाया डाल दी हो.
एनडीए से बाहर गए असम गण परिसद के प्रफुल कुमार महंता और लोक समता पार्टी के उपेंद्र कुशवाहा को मीका अज़ीज़ मोदी सरकार की 2019 लोकसभा चुनाव से पहले सहयोगी दलों को साथ लेकर चलने के उठापटक के तौर पर देखते हैं.
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‘कॉफी विद करन’ शो पर हुए हार्दिक पांड्या और केएल राहुल विवाद के बाद मिड डे के मंजुल लिखते हैं कि आजकल ‘कॉफी विद करन’ शो पर जाने से ज्यादा सुरक्षित है चाय की टपरी पर बैठ कर बात करना.
सुनील अग्रवाल और अजीत निनान बिट्क्वॉइन और इथेर की कीमतों के गिरने के बीच क्रिप्टो करंसी के लोकप्रियता की बात करते हैं.
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