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Tuesday, 5 November, 2024
होमलास्ट लाफमहाराष्ट्र में सरकारी नौकरी पाने के लिए 'पिरामिड स्कीम', मूवी थिएटर जाने वालों क्यों आई गिरावट

महाराष्ट्र में सरकारी नौकरी पाने के लिए ‘पिरामिड स्कीम’, मूवी थिएटर जाने वालों क्यों आई गिरावट

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए पूरे दिन के सबसे अच्छे कार्टून.

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दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.

आज के चित्रित कार्टून में, आलोक निरंतर ने ‘दही-हांडी’ को आधिकारिक खेल घोषित करने के लिए महाराष्ट्र सरकार पर तंज कसा है. सीएम एकनाथ शिंदे ने पिछले हफ्ते ​​घोषणा की थी कि ‘गोविंदा’ को खेल श्रेणी के तहत सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिया जाना चाहिए. यह लोग मानव पिरामिड बनाकर ‘दही-हांडी’ कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं.

Sandeep Adhwaryu | The Times of India
संदीप अध्वर्यु | The Times of India

संदीप अध्वर्यु, एक चीनी सर्वे जहाज का जिक्र करते हुए कह रहे हैं कि कैसे श्रीलंका सरकार गंभीर आर्थिक संकट से बाहर निकालने के लिए बीजिंग की ओर देख रही है.

Satish Acharya | Twitter/@satishacharya
सतीश आचार्य | Twitter/@satishacharya

सतीश आचार्य ने बढ़ती कीमतों और थिएटर जाने वालों में गिरावट के बीच हिंदी फिल्मों के ‘बहिष्कार’ के बार-बार आह्वान पर अपनी बात रखी.

मंजुल | Twitter/@MANJULtoons

एक पुरानी कहानी का प्रयोग करते हुए मंजुल ने ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ पर टिप्पणी की है.

Nala Ponnappa | Twitter/@PonnappaCartoon
नाला पोनप्पा | Twitter/@PonnappaCartoon

नाला पोनप्पा इस साल जून की एक रिपोर्ट की ओर इशारा करते हैं, जिसमें कर्नाटक के उडुपी के एक गांव में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के नाम का एक साइनबोर्ड लगा था. करकला तालुक के बोला ग्राम पंचायत में एक सड़क का नाम बदलने वाले साइनबोर्ड को बाद में अधिकारियों ने हटा दिया.

(इन कार्टून्स को अंग्रेजी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)

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