दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.
आज के विशेष कार्टून में, ईपी उन्नी ने आर्यभट्ट के शून्य के आविष्कार की बात करते हुए ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ को लागू करने की मोदी सरकार की उत्सुकता पर चुटकी ली. कार्टूनिस्ट ने एक चुनाव, एक कानून और एक कर सहित सरकार के हर पहलू को एकजुट करने की केंद्र की महत्वाकांक्षी धारणा पर मज़ाक उड़ाया.
सतीश आचार्य ने मजाकिया ढंग से प्रधानमंत्री को ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ का पैम्फलेट पकड़े हुए चित्रित किया है और चुटीले ढंग से सुझाव दिया है कि नरेंद्र मोदी की सर्वव्यापीता एक अकेले चुनाव के लिए दबाव बढ़ा सकती है.
मीका अज़ीज़ का कार्टून INDIA की हालिया बैठक पर प्रकाश डाला. मुंबई में गठबंधन, अपने सदस्यों को एक बड़ा ड्रम बजाते हुए और हास्यपूर्वक इस कार्यक्रम को ‘मुंबई कॉन्सर्ट’ करार देते हुए दिखाया गया है, जबकि प्रधानमंत्री को शोर से भागते हुए दिखाया गया है.
मंजुल का कार्टून पर्यावरणीय मुद्दों पर सामाजिक मीडिया परिवर्तनों (जैसे ट्विटर के ‘एक्स’ रीब्रांड) के प्रति समाज की अधिक चिंता का प्रतीक है, जो दो प्राथमिकताओं के बीच के अंतर को उजागर करता है.