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आज के फीचर कार्टून में मंजुल ने यूक्रेन-रूस संघर्ष की आलोचना की है. कीव का दावा है कि अब तक 100 से अधिक लोग मारे गए हैं. वो दुनियाभर में कोविड -19 से जान बचाने के लिए किए गए प्रयासों पर भी रोशनी डालते हुए तंज कस रहे हैं.
संदीप अध्वर्यु इस बात इस बात की तरफ इशारा कर रहे हैं कि उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) पर रूस-यूक्रेन संकट को लेकर कटाक्ष कर रहे हैं. रूस कीव के गठबंधन में शामिल होने की संभावना के बारे में चिंतित है और मांग की है कि पश्चिम इसकी सदस्यता से इनकार करता है. पहले के वादों के बावजूद, यूक्रेन को शामिल नहीं किया गया है और नाटो ने अभी के लिए संघर्ष में सीधे सैन्य हस्तक्षेप से इनकार किया है.
साजिथ कुमार यूक्रेन संकट पर चर्चा के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद कीव के खिलाफ रूस के ‘विशेष सैन्य अभियान’ पर कटाक्ष करते हैं. मॉस्को के हमले तेज होने के साथ, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से ‘शांति को एक मौका देने’ की अपील बहरे कानों पर पड़ी.
सतीश आचार्य ने कोविड -19 महामारी का जिक्र करते हुए यूक्रेन में युद्ध पर भी टिप्पणी की.
आर प्रसाद, पश्चिम को रूस के पड़ोस से दूर रखने के क्रेमलिन के प्रयासों को उजागर कर रहे हैं. रूस का दावा है कि 1990 में नाटो ने तत्कालीन सोवियत राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव से वादा किया था कि गठबंधन पूर्व की ओर विस्तार नहीं करेगा – एक ऐसा दावा जिसकी सटीकता सवालों के घेरे में है.
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