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Saturday, 28 September, 2024
होमलास्ट लाफदिल्ली सरकार के पास वेतन देने के लिए पैसे नहीं, लेकिन विज्ञापनों के लिए हैं और नेपाल का विद्रोह

दिल्ली सरकार के पास वेतन देने के लिए पैसे नहीं, लेकिन विज्ञापनों के लिए हैं और नेपाल का विद्रोह

चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.

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दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून

आज के फीचर कार्टून में मंजुल दिल्ली सरकार की विडंबनाओं पर प्रकाश डालते हुए वेतन देने के लिए धन की कमी के बारे में दर्शाते हैं और विज्ञापन देने पर तंज करते हैं.

आर प्रसाद | इकोनॉमिक टाइम्स

आर प्रसाद इकोनॉमिक टाइम्स में दर्शाते हैं कि नेपाल चीन के साथ मिलकर भारत के साथ अपने विवाद को निपटाने की कोशिश कर रहा है.

संदीप अध्वर्यु | द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया

संदीप अध्वर्यु बताते हैं कि राज्यों ने देश भर में प्रतिबंधों को अनलॉक करने के लिए कदम उठाए हैं, उन्हें अब कोरोना की स्थिति को अधिक सावधानी से संभालना होगा.

कीर्तिश भट्ट। बीबीसी हिंदी

केंद्र में भाजपा सरकार एक साल पूरे होने पर कीर्तिश भट्ट ने ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी योजना तक पहुंचने में सरकार की सफलता का मजाक उड़ाते हैं.

आलोक निरंतर। सकाल मीडिया ग्रुप

आलोक निरंतर जिम्मेदारी पार्सल करते हुए दर्शाते हैं और बताते हैं कि केंद्र और राज्य सरकारों ने काम शुरू करने के तरीके को निर्धारित करने के लिए इसे निजी कंपनियों के ऊपर छोड़ दिया है.

मीर सुहैल। ट्विटर

मीर सुहैल बताते हैं कि चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा(एलएसी) पर विवाद को बहुत आसानी से बढ़ा रहा है.

(लास्ट लाफ्स अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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