दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.
आज के फीचर कार्टून में आर. प्रसाद बता रहे हैं कि कॉमेडी शो रद्द होने के बाद भी भारत में हंसी की कोई कमी नहीं है. कृषि कानूनों का निरस्त करने वाला बिल सोमवार को बिना किसी चर्चा के संसद में पास हो गया.
मंजुल संसद में विधेयकों के पारित करने के लिए हाल में अपनाए गए ट्रेंड पर जोर दे रहे हैं जिसमें बिना चर्चा किए बिलों को मंजूरी दे दी गई है. इस लिस्ट में नया नाम कृषि कानून निरसन बिल, 2021 का जुड़ गया है.
साजिथ कुमार विवादास्पद तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने वाले बिल की तरफ ध्यान दिलाने की कोशिश कर रहे हैं.
सतीश आचार्य ने कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी के शो को रद्द करने पर तंज़ कसा है. हिंदू दक्षिणपंथी संगठनों ने शो रद्द ना करने पर तोड़फोड़ करने की धमकी दी थी.
संदीप अध्वर्यु भी मुनव्वर फारुकी विवाद और भारत में लोकतंत्र की स्थिति पर ध्यान खींच रहे हैं.
आलोक निरंतर कल्पना कर रहे हैं कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी प्रशांत किशोर से उनके नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस का विस्तार करने के बारे में कुछ सवाल कर रही हैं. पार्टी देश के कई हिस्सों से लोगों को अपने साथ जोड़ रही है क्योंकि यह बंगाल से निकल कर खुद का विस्तार करने की फ़िराक़ में है.
(इन कार्टून्स को अंग्रेजी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)