दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
आज के चित्रित कार्टून में, आलोक करोनावायरस पर द्विअर्थी तंज कसते हैं. सहमत ‘कोरोना’ दर्शाते हैं.
नाला पोनप्पा ने कर्नाटक में दलबदलू नेताओं के बहाने अक्सर पूरी तरह यू-टर्न लेने की उनकी आदत पर तंज कसते हैं.
उन्नी ने पीएम मोदी के उस संसदीय भाषण पर कटाक्ष किया है जिसमें उन्होंने अतीत की राजनीति में कई ‘गलतियों’ की बात की है.
सुभानी ने दिल्ली चुनावों में ध्रुवीकरण और घृणित प्रचार को व्यंगात्मक तरीके से पेश किया है.
कीर्तिश ने राजनीतिज्ञों को आम आदमी के लिए ‘सरलीकृत’ राजनीति करने को लेकर धन्यवाद दिया है.
अनुच्छेद 370 हटने की बाद छह महीने से बंद जम्मू-कश्मीर को लेकर मीर सुहैल एक भयावह चेतावनी के रूप में रिमाइंडर देते हैं.
सतीश आचार्य कर्नाटक पुलिस द्वारा अभिभावकों, शिक्षकों और एक स्कूल पर सीएए विरोधी नाटक के मंचन पर देशद्रोह का चार्ज लगाने पर तंज कसते हैं, जबकि हाथ फैलाए हुए बढ़ते हुए एक छात्र के बाबरी विध्वंस के मंचन पर पुलिस के उसके पीछे हाथ जोड़े चलती हुई दिखाते हैं.
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