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कार्टूनिस्ट आलोक का आज का ‘फीचर कार्टून’ संसद में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की कथित तौर पर ‘नकल’ करने के लिए एक टीएमसी सांसद के खिलाफ हालिया मामले जैसे सामयिक मुद्दे को उठाता है. वह वर्तमान सरकार के कामों की ओर इशारा करते हुए लोकतंत्र पर एक कड़ी टिप्पणी भी करते हैं.
संदीप अध्वर्यु का कार्टून युद्धग्रस्त गाजा में जीवन का एक दिल दहला देने वाले दृश्य को दिखाता है. जैसे-जैसे क्रिसमस नजदीक आ रहा है, अध्वर्यु हमें इज़रायल और हमास के बीच युद्ध में भारी संख्या में बच्चों की मौत की याद दिलाते हैं.
यह कार्टून हाल ही में संसद में विपक्षी सांसदों के निलंबन और हमारे देश में लोकतंत्र के कामकाज पर उठाए गए सवालों की ओर इशारा करता है. कार्टून में सत्तारूढ़ सरकार से साहसी होने और विपक्षी सांसदों को अपना दुश्मन न मानने का अनुरोध किया गया है.
साजिथ कुमार का व्यंग्यात्मक कार्टून सरकार की ‘मिमिक्री’ विवाद का मज़ाक उड़ाता है, जैसा कि ऊपर बताया गया है. यह पूरे मुद्दे की अविश्वसनीयता की ओर इशारा करता है और इसे सरकार की कमजोरी बताता है जिसका अन्य देश फायदा उठा सकते हैं.