दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
सकाल मीडिया के लिए कार्टूनिस्ट आलोक ने बेरोजगारी और आर्थिक मोर्चे की नाकामयाबी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुए #10yearschallenge का चित्रण किया है.
एशियन एज के कार्टूनिस्ट गोकुल गोपालकृष्णन ने प्रधानमंत्री की K9 वज्र की सवारी और ‘उड़ी’ फिल्म के तकिया कलाम का इस्तेमाल करते हुए मोदी को रोजगार के मुद्दे पर घेरा है.
हेमंत मोरपारिया ने पश्चिम बंगाल में विपक्षी दलों की महारैली को नया रूप दिया है. इसमें शामिल सभी नेताओं के जोड़े हुए हाथ को कांटों की सेज बनाया है जिसमें भीष्म पिताहम की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेटा दिखाया गया है. कार्टून में हेमंत ने ‘शोले’ फिल्म के अमजद खान के डायलॉग ‘बहुत याराना लगता है’ को प्रमुखता से लिखा है.
साजिथ कुमार ने डेक्कन हेराल्ड में विपक्षी गठबंधन के एक अलग पहलू को दिखाया है जिसमें सभी ने एक हाथ गठबंधन के और दूसरे हाथ में चाकू छुपा रखा है. इसे उन्होंने अन्य पहलुओं का चित्रण किया है.
संदीप अध्वर्यु ने दि टाइम्स ऑफ इंडिया में बनाए अपने कार्टून में कोलकाता में आयोजित विपक्ष की रैली का मूल्यांकन किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया कि कोलकाता में विपक्ष की रैली बताती है कि विपक्ष कितना डरा हुआ है. सतीश आचार्य ट्वीट करके बताते हैं कि केवल विपक्षी नेता ही नहीं बल्कि कई अल्पसंख्यक भी डरे हुए हैं.
सुहैल नक्शबंदी कश्मीरी पंडितों के विस्थापना के 29 साल को याद करते हुए पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी.
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