दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.
आज के प्रदर्शित कार्टून में, आर. प्रसाद लंदन की यात्रा के दौरान भारतीय लोकतंत्र पर टिप्पणी के लिए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से माफी मांगने को लेकर भाजपा का मज़ाक उड़ाते हैं. वह अपने चित्रण में विनायक दामोदर सावरकर को दी गई ‘वीर’ (बहादुर) की उपाधि की ओर इशारा करते हैं, जिनकी अंग्रेजों को दया याचिका लिखने के लिए आलोचना की गई थी.
आलोक निरंतर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अडानी समूह के खिलाफ लगाए गए आरोपों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच की मांग के जवाब में सरकार पर अपना सिर रेत में दबाने का आरोप लगाने वाले विपक्ष की स्थिति को दिखाते हैं.
संदीप अध्वर्यु ने सुप्रीम कोर्ट में समलैंगिक विवाहों का विरोध वाले केंद्र सरकार के हलफनामे की पृष्ठभूमि में संशोधनवादी इतिहास की परेशानी पर प्रकाश डालते हैं.
सोरित गुप्तो अपने चित्रण में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की इस चेतावनी का समर्थन करते हैं कि कैसे डिजिटल लैंगिग डिवाइड महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों को लेकर हुई प्रगति को उलट सकता है.
95वें अकादमी पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ ऑरिजिनल गीत के लिए ऑस्कर जीतने वाले आरआरआर के नाटु नाटु गाने की ओर इशारा करते हुए, ई.पी. उन्नी सत्तारूढ़ भाजपा के सदस्यों द्वारा राहुल गांधी से माफी मांगने और विपक्ष द्वारा जेपीसी जांच की मांग को लेकर संसद में हो रहे हंगामे पर टिप्पणी करते हैं.
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