दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.
आज के फीचर कार्टून में सतीश आचार्य कर्नाटक में स्कूल की किताबों में की जा रही तब्दीलियों पर तंज कस रहे हैं. राज्य सरकार पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि स्कूल की किताबों में बदलाव करके उन्हें ‘कम प्रगतिशील’ बनाया जा रहा है. कर्नाटक की सरकार पर स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह, कन्नड़ कवि पी. लंकेश, मुस्लिम कन्नड़ लेखक सारा अबूबकर और ए.एन. मूर्ति राव से जुडे़ चैप्टर्स को दसवी क्लास की किताबों से हटा दिया गया है.
साजिथ कुमार ने पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘हर घर बीजेपी, हर गरीब का कल्याण’ के नारे पर टिप्पणी की है. इस कैंपेन के जरिए पीएम ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को हर घर तक पहुंचने का निर्देश दिया था.
मंजुल कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा हार्दिक पटेल को ‘फायरब्रांड’ पाटीदार नेता के रूप में पार्टी में शामिल करने पर तंज कस रहे हैं. गौरतलब है कि हार्दिक ने तीन साल बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
ईपी उन्नी वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण की ई-विद्या पहल के जरिए केंद्र सरकार द्वारा ईंधन उत्पाद शुल्क में कटौती करने टिप्पणी कर रहे हैं.
नाला पोनप्पा बृहत बेंगलुरु महानगर पालिक (बीबीएमपी) के नियंत्रण कक्षों पर टिप्पणी कर रहे हैं. वो आरोप लगा रहे हैं कि वह बारिश से संबंधित शिकायतों से भरा हुआ है और शहर को लगातार इससे नुकसान उठाना पड़ रहा है.
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