दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.
आज के प्रदर्शित कार्टून में, नाला पोनप्पा ने बीते साल के लिए सामूहिक निराशा को दिखाते हैं – जिसमें एक खफा जोड़ा का आखिरी दिन, आखिरी शो ‘2021’ के असंतोषजनक बताता दिख रहा है.
आलोक निरंतर एक पुराने, चकमा देने वाले 2021 को नवजात 2022 को बढ़ते कोविड मामलों के खिलाफ सुरक्षा के लिए, दूसरा भारत में आने वाले, कानफोड़ू विधानसभा चुनाव के मौसम के खिलाफ जरूरी सुरक्षा के तौर पर एक मास्क और इयरप्लग देते हुए दर्शाते हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया में संदीप अधर्व्यु कोरोनावायरस की एक और लहर भारत में आने पर टिप्पणी करते हैं कि जिस तरह राजनेता चुनावी रैली कर रहे और हिस्सा ले रहे उसी तरह वायरस भी खूब संतुष्ट नजर आ रहा है.
साजिद कुमार राहुल गांधी पर तंज कसते हैं कि जब कोविड के फिर से उभार से लोग वर्क फ्रॉम होम की ओर लौट रहे हैं तब राहुल गांधी अपनी निजी यात्रा पर इटली जा रहे हैं.
कीर्तिश भट्ट हिंदू गुरु कालीचरण महाराज के महात्मा गांधी के बारे में विवादित बयानों पर गिरफ्तार होने को दर्शाते हैं. एक पुलिसकर्मी (कथित रूप से कालीचरण की जेल की कोठरी के बाहर) दूसरे से सवाल करता दिख रहा है कि ऐसे लोग भला गांधी को गालियों (अपमानजनक भाषा) से मारने का मकसद कैसे बना लेते हैं, जबकि उन्हें (उनकी विचारधारा और सिद्धांतों का अर्थ) गोली से नहीं मारा जा सका.
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