दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
आज के फीचर कार्टून में आलोक निरंतर दिल्ली हिंसा को दिखा रहे हैं जिसकी वजह से अर्थव्यवस्था की हालत को भुला दिया गया है. सबकुछ ठीक नहीं है. ये मायने नहीं रखता कि आप किस भगवान को पूजते हैं.
नाला पोन्नप्पा कुछ सुधारात्मक कदम उठाने की तरफ इशारा कर रहे हैं जिससे राजनीति और धर्म के बीच रिश्ता ठीक हो सके.
संदीप अधवर्यू दिल्ली दंगों में पुलिस की नाकामी पर सवाल कर रहे हैं.
मीका अजीज दिल्ली पुलिस पर निशाना साध रहे हैं और दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश की ओर ध्यान दिला रहे हैं. कार्टूनिस्ट रोमन राजा नीरो की तरफ इशारा कर रहा है. जब रोम जल रहा था तब नीरो मस्त था. 2004 में सुप्रीम कोर्ट ने तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘आधुनिक नीरो‘ कहा था.
कीर्तीश भट्ट भारत और अमेरिका के बीच हुए रक्षा सौदे के बहाने दिल्ली दंगों पर सवाल कर रहे हैं.
ईपी उन्नी दिल्ली के मुख्यमंत्री की दंगों के दौरान रही चुप्पी पर सवाल कर रहे हैं.
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