दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है।
मेल टुडे के लिए सतीश आचार्य मानसून सत्र में मुख्य मुद्दों को नजरअंदाज करने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज करते हैं। इसके बावजूद प्रधानमंत्री शरारती तत्वों को अपनी छत्रछाया के नीचे रहने की अनुमति देते है।
झारखंड के पाकुड़ शहर में हुई घटना का जिक्र करते हुए जहां आर्य समाज के सदस्य स्वामी अग्निवेश को हिंदुओं के खिलाफ कथित तौर पर बोलने और बीजेपी सरकार के द्वारा जनजातीय लोगों की ज़मीन वापस लेने के आरोप लगाने के बाद भीड़ ने पीटा था। कार्टूनिस्ट अरविंद पीएम मोदी और अग्निवेश की राजनीतिक स्थिति के बीच के अंतर को दर्शाते हैं।
कार्टूनिस्ट आर. प्रसाद देश में आरोप -प्रत्यारोप की राजनीति पर तंज करते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद में महिलाओं के आरक्षण बिल को पारित करने के समर्थन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था उसके बाद में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गांधी को यूपीए सरकार के द्वारा बिल पास करने की विफलता पर सवाल उठाते हुए राहुल गाँधी को पत्र लिखा है।
कार्टूनिस्ट साजिथ कुमार नये सोशल मीडिया ट्रेंड # टॉक टू मुस्लिम के समर्थन का मज़ाक उड़ाते हैं जिसका मुख्य उद्देश्य देश में धार्मिक भेदभाव को संबोधित करना है और कहते है की ये सिर्फ एक ट्विटर ट्रेंड है कुमार कहते हैं कि मुस्लिमों द्वारा सामना की जाने वाली वास्तविक समस्याएं पूरी तरह इससे अलग हैं।(हवा और पानी को साफ करने के लिए उनके दैनिक संघर्ष से अलग है …….दुखी आत्मा …)
न्यूज़ 18 के लिए अपने कार्टून में मीर सुहैल झारखंड के एक आदिवासी परिवार में भुखमरी से मौत और इसके बारे में राज्य द्वारा दिखाई गई उदासीनता को चित्रित करते है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए अपने कार्टून में संदीप अधवर्यू ने एनडीए सरकार का मजाक उड़ाया जो ‘विकास’ का वादा करके सत्ता में आये, लेकिन तेजी से मुसलमानों को दुश्मन बनाया जा रहा है ।
Read in English : Stormy monsoon session for Modi, and India’ s blame game politics