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Sunday, 5 May, 2024
होमलास्ट लाफबिहार के कानून पर विश्वास नहीं, लेकिन जेल मैनुअल पर पूरा भरोसा

बिहार के कानून पर विश्वास नहीं, लेकिन जेल मैनुअल पर पूरा भरोसा

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए पूरे दिन के सबसे अच्छे कार्टून्स.

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दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं.जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.

कीर्तिश भट्ट | Twitter/@Kirtishbhat

आज के फीचर कार्टून में, कीर्तिश भट्ट बिहार सरकार के जेल मैनुअल, 2012 में संशोधन करने के निर्णय को उन मामलों में देखते हैं, जिसमें ‘ड्यूटी पर एक पब्लिक सर्वेंट की हत्या’ करने वाले को किसी प्रकार का कोई छूट नहीं मिलना चाहिए. नए जेल मैनुअल के तहत पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह को रिहाई मिली, जो आईएएस जी. कृष्णैया की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे. इस इलस्ट्रेशन में एक अपराधी दूसरे को बताता है कि उसे “क़ानून में कोई विश्वास नहीं है”, जिस पर दूसरा जवाब देता है, “मुझे (जेल) मैनुअल में विश्वास है. यह एक दिन बदलेगा और मैं बाहर आ जाऊंगा.”

नाला पोनप्पा | ट्विटर/ @PonnappaCartoon

नाला पोनप्पा कर्नाटक में चल रहे हाई-वोल्टेज अभियान पर टिप्पणी करते हैं, जहां 10 मई को मतदान होना है और 13 मई को वोटों की गिनती होनी है. राज्य में सत्ता बरकरार रखने के लिए कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही जोरो से जनसभा में प्रचार कर रहे हैं. इस दौरान एक जनसभा में कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘जहरीला सांप’ कह दिया. बाद में उन्होंने कहा कि उन्होंने यह टिप्पणी मोदी पर नहीं बल्कि बीजेपी की विचारधारा पर की थी.

सतीश आचार्य | ट्विटर/ @सतीशाचार्य

‘मन की बात’ के लगभग 100 एपिसोड के उत्सव की ओर इशारा करते हुए, सतीश आचार्य ने कहा कि पीएम मोदी ने अपने मासिक रेडियो संबोधन में कई विवादास्पद मुद्दों से दूर रहे.

Alok | Twitter/ @caricatured

आलोक निरंतर ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कम से कम सात महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से दिल्ली पुलिस के कथित इनकार पर अपना रुख रखा है.

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सोरित गुप्तो अभिलेखीय साक्ष्यों की ओर ध्यान आकर्षित करते हैं जिन्होंने इस कथन को पुष्ट किया है कि दो पुरुष वैज्ञानिक, जिन्होंने डीएनए की खोज करने वाले पहले व्यक्ति होने का दावा किया था, ने साथी वैज्ञानिक रोसलिंड फ्रैंकलिन को दरकिनार कर दिया, जिन्हें ‘फोटो 51’ बनाने का श्रेय दिया जाता है – एक छवि जिसमें डीएनए के भौतिक आयामों पर महत्वपूर्ण जानकारी है.

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