प्रयागराज/लखनऊ, चार मई (भाषा) थाने में सामूहिक बलात्कार की शिकार दर्ज कराने गई 13 साल की किशोरी के साथ बलात्कार करने के मुख्य आरोपी दारोगा तिलकधारी सरोज को प्रयागराज पुलिस ने बुधवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पास से गिरफ्तार किया।
अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश ने बताया, ‘‘बलात्कार के आरोपी के संबंध में हमें सुबह कानपुर जोन के एडीजी से सूचना मिली थी। उसी के आधार पर हमने कार्रवाई शुरू की और जहां-जहां उसके मोबाइल की लोकेशन मिली, आरोपी को उन जगहों पर तलाशा गया।’’
उन्होंने बताया कि आरोपी बार-बार अपना मोबाइल बदल रहा था इस कारण उसे बांदा, फिर चित्रकूट में भी तलाश गया और अंतत: आज उसे प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया।
प्रेम प्रकाश ने कहा, ‘‘संभावना है कि वह कानूनी सलाह लेने के लक्ष्य से यहां आया होगा। हालांकि अभी पूछताछ नहीं की गई है और राजपत्रिक अधिकारी के नेतृत्व में उसे ललितपुर पुलिस को सौंप दिया गया है। टीम उसे लेकर ललितपुर जाएगी और आगे की कार्रवाई वहीं होगी।’’
प्रयागराज में आरोपी दारोगा तिलकधारी सरोज की गिरफ्तारी के बाद यहां पुलिस मुख्यालय के पास उसकी पत्नी संगीता ने पत्रकारों से बातचीत में अपने पति को पूरी तरह से निर्दोष बताया। घटना के निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए उसने कहा, ‘‘मेरे पति को साजिश के तहत फंसाया जा रहा है।’’
गौरतलब है कि लखनऊ और ललितपुर में पुलिस सूत्रों ने बताया कि लड़की की मां का आरोप है कि 22 अप्रैल को चार लोग उसकी बेटी को भोपाल ले गए थे जहां उन्होंने तीन दिनों तक उसके साथ बलात्कार किया और बाद में उसे पाली थाने के बाहर छोड़कर भाग गए। उन्होंने बताया कि उस दिन थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज ने लड़की को उसकी मौसी को सौंप दिया लेकिन 27 अप्रैल बयान दर्ज करने के बहाने उसने किशोरी को थाने बुलाया और उसके साथ बलात्कार किया।
भाषा राजेंद्र अर्पणा
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