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Monday, 30 September, 2024
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राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 21वीं सदी के भारत के निर्माण में सहायक सिद्ध होगी : सरकार

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बिलासपुर (छत्तीसगढ़), 20 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री डॉक्टर सुभाष सरकार ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 21वीं सदी के भारत के निर्माण में सहायक सिद्ध होगी।

डॉक्टर सरकार ने बुधवार को बिलासपुर स्थित गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के नवम​ दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 बहुप्रतीक्षित सुधार के साथ एक ऐसा ढांचा लेकर आई है जो 21वीं सदी के भारत के निर्माण में सहायक सिद्ध होगी।

उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति पढाई के साथ-साथ अनुभव से भी सीखने पर अधिक ध्यान केंद्रित करती है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम जितनी बारीकी से नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को समझेंगे और उसको जमीन पर उतारेंगे, इसके कई गुना ज्यादा फायदे सामने आएंगे। उन्होंने बिलासपुर के केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।

इस दौरान दीक्षांत समारोह की मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कहा कि दीक्षांत, दीक्षा का अंत नहीं है बल्कि दीक्षा का प्रारंभ है। शिक्षा विद्यार्थी को संस्कारवान, सौम्य और संयमी बनाती है। ज्ञानार्जन की कोई सीमा नहीं होती और न ही वह उपाधियों तक सीमित होती है, बल्कि यह आजीवन चलने वाली सतत प्रक्रिया है।

उइके ने कहा कि 1983 में स्थापित गुरु घासीदास विश्वविद्यालय को 2009 में केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिला। तब से लगातार विश्वविद्यालय ने पठन-पाठन और शोध-कार्यों में प्रगति की है और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है।

दीक्षांत समारोह की शुरुआत में विश्वविद्यालय की ओर से 141 मेधावी छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक और 81 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त सात दानदाताओं की ओर से विशेष पदक, दो विद्यार्थियों को कुलाधिपति पदक तथा तीन छात्रों को गुरू घासीदास पदक से भी सम्मानित किया गया।

सभी पदक 2019-20 और 20-21 के सत्र में कुल 11 संकायों के शीर्ष स्थान प्राप्त मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रदान किया गया। इन्हीं दो वर्षों के लिए करीब साढ़े चार हजार विद्यार्थियों को भी डिग्रियां प्रदान की गई।

भाषा सं संजीव अर्पणा

अर्पणा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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