नयी दिल्ली, 18 अप्रैल (भाषा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पोलित ब्यूरो की सदस्य वृंदा करात और पार्टी की दिल्ली इकाई के सचिव के एम तिवारी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा में शामिल कई लोगों ने तलवारें, लाठियां और बंदूकें ले रखी थीं।
दिल्ली के पुलिस आयुक्त को लिखे पत्र में दोनों नेताओं ने इस घटना में पुलिस बल की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए।
उन्होंने कहा, ‘‘कई टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित वीडियो एवं प्रत्यक्षदर्शियों की बातों से पता चलता है कि बजरंग दल की युवा इकाई के लोगों ने यह यात्रा निकाली थी और इसमें कई लोगों ने तलवारें, लाठियां और बंदूकें ले रखी थीं।’’
पत्र में कहा गया है, ‘‘ये हथियार खुले में लहाराए गए। पुलिस ने कहा कि इस यात्रा को पुलिस की अनुमति मिली हुई थी। क्या पुलिस ने हथियार लेकर चलने की अनुमति दी थी? असल में जिन लोगों ने हथियार ले रखे थे, उन्होंने शस्त्र कानून का खुलेआम उल्लंघन किया और इसके लिए सख्त सजा का प्रावधान है।’’
वामपंथी नेताओं ने कहा कि उनके पास जानकारी है कि पुरुष पुलिसकर्मियों ने जहांगीरपुरी के सी ब्लॉक में रात के समय छापेमारी की और ‘महिलाओं की पिटाई की।’’
गत शनिवार को जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर निकाले गए जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गई थी, जिसमें एक स्थानीय व्यक्ति और आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
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