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Tuesday, 19 November, 2024
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भीषण गर्मी के बीच पूर्वी भारत के लोग बिजली आपूर्ति संकट से जूझ रहे

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कोलकाता, 27 अप्रैल (भाषा) भीषण गर्मी के बीच पूर्वी भारत के कई हिस्से बिजली आपूर्ति संकट से जूझ रहे हैं क्योंकि राज्यों में इसकी मांग में तेज वृद्धि देखी जा रही है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि ओडिशा, झारखंड और बिहार में पिछले कुछ दिनों के दौरान प्रमुख शहरों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में बिजली कटौती की जानकारी सामने आयी है।

मौसम विभाग का कहना है कि इन राज्यों में अधिकांश स्थानों पर अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है और अगले कुछ दिनों में थोड़ी राहत मिल सकती है।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वीकार किया कि राज्य चरम पर पहुंच चुकी बिजली की मौजूदा मांग को पूरा करने में असमर्थ है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने ऊर्जा एक्सचेंज के माध्यम से खुले बाजार से बिजली खरीदने के लिए अतिरिक्त धनराशि स्वीकृत की है।

सोरेन ने कहा, ”गर्मी कल्पना से परे है..देश के कई राज्य बिजली की कमी का सामना कर रहे हैं। उच्च दरों और राज्यों के बीच प्रतिस्पर्धा के कारण खुले बाजार से बिजली खरीदना भी मुश्किल हो रहा है।”

झारखंड की राजधानी रांची में रहने वाले क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी सिंह ने भी हाल ही में ट्विटर पर बिजली संकट को लेकर शिकायत की थी।

केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के अनुसार, जनवरी तक राज्य की कुल स्थापित क्षमता 4,556.44 मेगावाट है। इसमें से करीब 4,250 मेगावाट थर्मल इकाइयों से प्राप्त होती है।

अधिकारियों ने कहा कि कोयले की कमी के चलते झारखंड में थर्मल ऊर्जा संयंत्र दैनिक आवश्यकता को पूरा करने में असमर्थ हैं।

वहीं, ओडिशा में कई जिलों के निवासियों ने भीषण गर्मी के बीच लगातार बिजली कटौती की शिकायत की है।

अधिकारियों ने बताया कि एनटीपीसी की इकाई के ठप होने के कारण राज्य को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। इस इकाई से 800 मेगावाट बिजली पैदा होती है जिसमें से 400 मेगावाट ओडिशा को मिलती है।

ऊर्जा विभाग ने बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के मद्देनजर शाम सात बजे से रात 11 बजे के बीच एयर-कंडीशन लोड, औद्योगिक और कृषि संबंधी लोड को कम करने का आह्वान किया है।

ऊर्जा विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि कुछ स्वतंत्र बिजली संयंत्रों पर कोयले की कमी के कारण भी राज्य को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है।

ओडिशा में मौजूदा समय में बिजली की मांग करीब 5,200 से 5,400 मेगावाट है जबकि राज्य के पास करीब 4,800 मेगावाट बिजली उपलब्ध है।

वहीं, एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि ओडिशा में मई के पहले सप्ताह में बिजली आपूर्ति की स्थिति बेहतर हो जाएगी।

इस बीच, बिहार के ऊर्जा सचिव संजीव हंस ने कहा कि समय से पहले भीषण गर्मी की शुरुआत के कारण मांग में अचानक वृद्धि के चलते राज्य प्रतिदिन 200-300 मेगावाट बिजली की कमी का सामना कर रहा है।

भाषा शफीक माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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