कोलकाता, सात मई (भाषा) कोलकाता पुलिस ने भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कार्यकर्ता अर्जुन चौरसिया की मौत से संबंधित मामले की जांच शनिवार को शुरू कर दी। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा, ”हमने जगह का नक्शा बनाने के लिए एक 3डी स्कैनर लगाया है, जिससे हमें अपनी जांच में और लोगों की आवाजाही पर नजर रखने में मदद मिलेगी।”
उन्होंने कहा कि जांच अभी बहुत प्रारंभिक चरण में है।
चौरसिया का शव शुक्रवार को उत्तरी कोलकाता के काशीपुर में एक खाली पड़ी इमारत में लटका हुआ पाया गया था। शुक्रवार को शहर में मौजूद रहे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चौरसिया के परिवार से मिले थे। इस दौरान उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए दावा किया था कि यह एक ”राजनीतिक हत्या” थी।
पुलिस ने कहा कि जांच अधिकारी चौरसिया के मोबाइल फोन को स्कैन करने की भी योजना बना रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने बृहस्पतिवार को किन लोगों से बात की थी।
उन्होंने कहा, ”हम उन लोगों का भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जिनके साथ उसने पिछले कुछ हफ्तों में बातचीत की थी। उसके नंबर से की गई कॉल का विवरण मांगा गया है।’
पुलिस ने उस क्षेत्र में जहां चौरसिया का शव लटका हुआ पाया गया था और उसके घर पर 8 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं ताकि सबूतों से संभावित छेड़छाड़ और उसके परिवार के खिलाफ किसी भी तरह की धमकी पर नजर रखी जा सके।
कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार चौरसिया के शव का शनिवार सुबह यहां पूर्वी कमान अस्पताल में पोस्टमॉर्टम किया गया।
पोस्टमार्टम के दौरान दक्षिण 24 परगना जिले के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और चौरसिया के परिवार के सदस्य भी अस्पताल में मौजूद थे। पुलिस ने कहा कि पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गई।
चौरसिया के शव को बाद में शहर में स्थित भाजपा के राज्य मुख्यालय ले जाया गया जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने उसे अंतिम श्रद्धांजलि दी।
भाषा
जोहेब माधव
माधव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.