नयी दिल्ली, 27 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को कहा कि डिजिटल साक्षरता से संबद्ध ‘प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान’ (पीएम-दिशा) के तहत भारत में करीब दो करोड़ महिलाएं डिजिटल साक्षर प्रमाणित की गई हैं।
इस अभियान का लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को कंप्यूटर या डिजिटल उपकरणों (टैबलेट, स्मार्ट फोन आदि)का उपयोग करने, ईमेल भेजने व प्राप्त करने, इंटरनेट पर सर्च करने, सरकारी सेवाएं प्राप्त करने और डिजिटिल भुगतान आदि का प्रशिक्षण देना है।
भारत की विदेश नीति एवं भू-आर्थिक सम्मेलन, ‘रायसीना डायलॉग’ के एक परिचर्चा सत्र में एक सवाल का जवाब देते हुए ईरानी ने कहा कि भारत में डिजिटल माध्यम से काफी कुछ किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम ने भारत में दो करोड़ से अधिक महिलाओं को डिजिटल साक्षर प्रमाणित किया है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा, ‘‘हमारे पास 66 लाख महिलाएं हैं, जो कोविड-19 महामारी के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर हैं, चाहे वे चिकित्सक, नर्स, आशा कार्यकर्ता और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हों।’’
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत के तहत अस्पतालों और स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों में पिछले दो वर्षों में 45 करोड़ महिलाएं पहुंची, जबकि कैंसर या इससे संबद्ध रोगों की जांच कराने वाली महिलाओं की संख्या सात करोड़ है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यदि आपके पास एक ऐसी सरकार है जो यह सुनिश्चित करती है कि उनकी जरूरतों को वित्तीय सहयोग मिलेगा, वे इन सेवाओं को प्राप्त करने से पीछे नहीं हटेंगी।’’
लैंगिक न्याय सुनिश्चित करने में पुरूष और महिला नेता की भूमिका के बारे में एक सवाल के जवाब में ईरानी ने कहा, ‘‘एक पुरूष नेता आपको उस मुकाम पर ले जाएंगे, जहां आप होना चाहते हैं। वहीं, एक महिला नेता आपको उस मुकाम पर ले जाएंगी, जहां लैंगिक न्याय महिलाओं को अपने देश का सांस्कृतिक, वित्तीय विकास करने में समान रूप से भागीदार बनाएगा।’’
भाषा
सुभाष उमा
उमा
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.