चंडीगढ़, 18 अप्रैल (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को पिछली सरकारों पर राज्य को कर्ज में धकेलने का आरोप लगाया और कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार इस बात की जांच करेगी कि पैसे का इस्तेमाल कहां हुआ और इसकी वसूली की जाएगी।
मुख्यमंत्री के हवाले से पार्टी की राज्य इकाई की ओर से पंजाबी में किये गए एक ट्वीट में कहा गया, ‘‘पिछली सरकारों ने पंजाब पर तीन लाख करोड़ रुपए का कर्ज छोड़ा है। लेकिन इसका इस्तेमाल कहां हुआ? हम जांच करेंगे और इसकी वसूली करेंगे, क्योंकि यह लोगों का पैसा है।’’
फरवरी में पंजाब विधानसभा चुनाव के वास्ते प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी के नेताओं ने राज्य को कर्ज के जाल में धकेलने के लिये प्रदेश की पिछली सरकारों पर निशाना साधा था।
इस बीच, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने कहा कि वह पंजाब के तीन लाख करोड़ रुपये के कर्ज को लेकर जांच कराने के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के फैसले का स्वागत करता है।
शिअद नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि जांच का इस्तेमाल विधानसभा चुनाव से पहले लोगों से किए गए वादों से बचने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
चीमा ने कहा, ‘‘हम सभी राज्य द्वारा लिए गए तीन लाख करोड़ रुपये के कर्ज की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के पक्ष में हैं, लेकिन इस जांच को चुनाव के समय आप द्वारा लोगों से किए गए वादों को पूरा करने में देरी या भागने के बहाने के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।’’
शिअद नेता ने दावा किया कि पिछली कांग्रेस सरकार ने लोगों से किए सभी वादों से मुकरने के लिए राज्य के खाली खजाने के बहाने का इस्तेमाल किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य की बागडोर संभालने से पहले प्रदेश की आर्थिक स्थिति की वास्तविकता जानने के बावजूद, मुख्यमंत्री अब इस स्थिति के कारणों की जांच करने के लिए एक बहाना लेकर आए हैं।’’
चीमा ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री को पिछले एक महीने के कार्यकाल के दौरान राज्य द्वारा जारी किए गए विज्ञापनों की जांच का भी आदेश देना चाहिए।
चुनावों से पहले, आप नेता राघव चड्ढा ने पंजाब में पिछली अकाली-भाजपा और तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर राज्य को कर्ज में धकेलने का आरोप लगाया था।
चड्ढा ने तब दावा किया था कि पंजाब में जन्मे हर बच्चे के सिर पर एक लाख रुपये का कर्ज है।
आप ने हाल ही में पंजाब में 117 विधानसभा सीट में से 92 पर जीत हासिल कर कांग्रेस से सत्ता छीन ली थी ।
भाषा रंजन रंजन वैभव
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