कोलकाता, 22 जुलाई (भाषा) पश्चिम बंगाल विधानसभा अध्यक्ष के जरिए हाल में शपथ लेने वाले तृणमूल कांग्रेस के दो नवनिर्वाचित विधायकों ने सोमवार को कहा कि उन्हें राजभवन से ईमेल मिले हैं, जिनमें इस प्रक्रिया की वैधानिकता पर सवाल उठाते हुए उनमें से प्रत्येक को 500 रुपये जुर्माना भरने को कहा गया है।
विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने पांच जुलाई को विधानसभा में दो विधायकों – रयात हुसैन सरकार और सायंतिका बनर्जी को शपथ दिलाई थी जबकि राज्यपाल ने इसके लिए सदन के उपाध्यक्ष आशीष बनर्जी को नियुक्त किया था।
सरकार ने कहा कि ई-मेल में दोनों विधायकों को सूचित किया गया है कि उन पर 500-500 रुपये का जुर्माना लगाया गया है, क्योंकि आरोप है कि उनके शपथ ग्रहण और विधानसभा सत्र के पहले दिन उपस्थित होने से संवैधानिक मानदंडों का उल्लंघन हुआ है।
सदन का 10 दिवसीय सत्र सोमवार को शुरू हुआ और दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद स्थगित कर दिया गया।
सायंतिका बनर्जी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “हमने विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात की और उन्हें ईमेल दिखाया। उन्होंने कहा कि विधानसभाध्यक्ष का कार्यालय इस मुद्दे पर विचार कर रहा है। हम समझते हैं कि लोकतंत्र का मंदिर कहे जाने वाले विधानमंडल में शपथ लेने के बाद निर्वाचित प्रतिनिधियों के रूप में सत्र में भाग लेने में हमें कोई समस्या नहीं है।”
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह विधानसभा सत्र में भाग लेती रहेंगी।
उनसे जब पूछा गया कि क्या उन्होंने जुर्माना भर दिया है, बनर्जी ने कहा, “मैं क्यों भरूं? क्या हमने कोई अवैध या अनुचित काम किया है?”
राजभवन सूत्रों ने पुष्टि की है कि संबंधित विधायकों को इस तरह के ईमेल भेजे गए थे। विधानसभा अध्यक्ष से इस मामले पर प्रतिक्रिया के लिए संपर्क नहीं हो सका है।
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