हैदराबाद, 25 अप्रैल (भाषा) तेलंगाना की सत्तारूढ़ पार्टी टीआरएस मतदाताओं तक पहुंच बनाने की खातिर अपने प्रयासों को बढ़ाने के लिए प्रशांत किशोर द्वारा स्थापित कंपनी आई-पीएसी के साथ काम करेगी।
प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों और टीआरएस प्रमुख तथा मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के साथ बातचीत करने के बीच पार्टी सूत्रों ने दावा किया कि किशोर अब इस संगठन से नहीं जुड़े हैं।
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य में मंत्री के. टी. रामाराव ने हां में जवाब दिया जब उनसे सवाल किया गया कि क्या उनकी पार्टी आई-पैक के साथ काम करेगी, किशोर के साथ नहीं।
टीआरएस द्वारा आई-पैक के साथ काम करने का निर्णय लेने के साथ, विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को दावा किया कि अब यह साफ हो गया है कि सत्तारूढ़ दल और कांग्रेस 2023 में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव में साथ-साथ होंगे।
सूत्रों ने कहा कि टीआरएस इंडियन पोलिटिकल एक्शन कमिटी (आई-पैक) के साथ मिलकर काम करेगी ताकि मतदाताओं, खासकर युवाओं तक पहुंचने के पार्टी के प्रयासों को बढ़ाया जा सके। उन्होंने दावा किया कि किशोर ने पहले ही खुद आई-पैक से अलग कर लिया है।
उन्होंने कहा कि आई-पैक कंपनी देश में कई पार्टियों के साथ काम कर रही है।
इस बीच, कांग्रेस और टीआरएस पर निशाना साधते हुए तेलंगाना में भाजपा के प्रवक्ता कृष्ण सागर राव ने सोमवार को कहा कि अब यह लगभग साफ है कि टीआरएस व कांग्रेस अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए तेलंगाना में चुनाव-पूर्व गठबंधन करेंगे।
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘ मुख्यमंत्री के. सी़ राव और प्रशांत किशोर के बीच कल की बैठक और उसके बाद उनके बयानों से स्पष्ट कर दिया है कि केसीआर और सोनिया गांधी के बीच का यह गठबंधन मजबूत हुआ है।’
उन्होंने कहा कि भाजपा अगले चुनाव में ‘टीआरएस और कांग्रेस गठबंधन’ से लड़ेगी। उन्होंने कहा, ‘तेलंगाना के लोग इस भ्रष्ट और अवसरवादी गठबंधन को खारिज कर देंगे।’
इस बीच, तेलंगाना में पार्टी मामलों के एआईसीसी प्रभारी और सांसद मनिकम टैगोर ने एक ट्वीट किया जो जाहिरा तौर पर ताजा घटनाओं से संबंधित था। उन्होंने कहा, ‘कभी भी किसी ऐसे व्यक्ति पर भरोसा नहीं करें जो आपके दुश्मन का दोस्त हो’।
भाषा अविनाश माधव
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