नयी दिल्ली, 21 अक्टूबर (भाषा) तृणमूल कांग्रेस की नेता सागरिका घोष ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र और हरियाणा सरकार जिम्मेदार हैं, लेकिन वे इसके लिए दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर दोषारोपण कर रही हैं।
घोष ने सवाल किया कि केंद्र प्रदूषण से निपटने के लिए राष्ट्रीय योजना पर काम क्यों नहीं कर रहा।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हर साल की यही कहानी है, अक्टूबर में दिल्ली में प्रदूषण बढ़ जाता है और केंद्र सरकार इसका दोष दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर मढ़ देती है। केंद्र सरकार प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सभी राज्यों से परामर्श करके राष्ट्रीय योजना पर काम क्यों नहीं कर रही? प्रदूषण पर राष्ट्रीय योजना कहां है?’’
उन्होंने कहा कि भाजपा नीत सरकार का ध्यान चुनाव लड़ने और उन राज्यों को निशाना बनाने पर केंद्रित है, जहां राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सत्ता में नहीं है।
राज्यसभा सदस्य घोष ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर दिल्ली सरकार के साथ सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में वायु और जल प्रदूषण के बढ़ते स्तर के लिए केंद्र और हरियाणा सरकारों को जिम्मेदार ठहराया।
घोष ने कहा, ‘‘भाजपा के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार के साथ मिलकर काम क्यों नहीं कर रही? वायु और जल प्रदूषण के कारण लोगों को हो रही परेशानी भाजपा और केंद्र सरकार के लिए चिंता का विषय नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हरियाणा सरकार भी दिल्ली सरकार के साथ सहयोग नहीं कर रही। हमारा मानना है कि दिल्ली में प्रदूषण के लिए हरियाणा सरकार और केंद्र सरकार जिम्मेदार हैं।’’
सर्दियों की शुरुआत के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण बढ़ने लगा है और शहर में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। एक हालिया शोध के अनुसार, पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है।
पराली जलाने के संबंध में 15 सितंबर से 19 अक्टूबर के बीच कुल 2,733 घटनाएं दर्ज की गईं। पराली जलाने की पंजाब में 1,393, हरियाणा में 642, उत्तर प्रदेश में 687 और दिल्ली में 11 घटनाएं हुईं।
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने दिल्ली में खराब वायु गुणवत्ता के लिए भाजपा शासित हरियाणा में पराली जलाए जाने, डीजल बसों और ईंट भट्टों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने दिल्ली में यमुना नदी में झाग आने के लिए भी हरियाणा को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि यह नदी में छोड़े जाने वाले अनुपचारित औद्योगिक अपशिष्ट जल के कारण है।
भाषा सिम्मी दिलीप
दिलीप
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.