(रोमित भट्टाचार्या)
कोलकाता, 19 अप्रैल (भाषा) बंगाली फिल्मों के सुपरस्टार अबीर चटर्जी का मानना है कि मनोरंजन की दुनिया में ओटीटी प्लेटफॉर्म के आने के बाद परिस्थितियां काफी बदल गई हैं और इसकी लोकप्रियता ने दर्शकों के लिए भाषा संबंधी बाधाओं को तोड़ दिया है तथा कलाकारों के बीच प्रतिस्पर्धा पहले की तुलना में काफी बढ़ गयी है।
अबीर चटर्जी ने कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अलग-अलग प्रकार की मनोरंजन सामग्री के उपलब्ध होने के बावजूद सिनेमाघरों का महत्व कम नहीं होगा और दर्शक सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली फिल्मों के प्रति आकर्षित होते रहेंगे।
अबीर ने पीटीआई-भाषा को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा,‘‘ सिनेमाघरों के भविष्य को लेकर इस समय कुछ भी कहना मुश्किल है क्योंकि यह शुरुआती दौर है। जब टेलीविजन, केबल नेटवर्क और वीसीआर का दौर आया था, तो कई लोगों ने कहा था कि सिनेमाघरों का अंत निकट है, लेकिन यह आज भी कायम हैं।’’
बंगाली अभिनेता ने कहा, ‘‘ इसलिए मुझे लगता है कि सिनेमाघरों तथा ओटीटी प्लेटफॉर्म पर साथ-साथ फिल्में रिलीज होंगी और दर्शक उन्हें पसंद करेंगे। हालांकि, फिल्मों के प्रति दर्शकों के नजरिये में बदलाव आ सकता है।’’
अभिनेता ने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद से पिछले दो वर्षों के दौरान कलाकारों के साथ-साथ दर्शकों में भी काफी बदलाव आया है। कलाकार और दर्शक दोनों ही बदलती हुई परिस्थितियों के अनुरूप खुद को ढालने की कोशिश कर रहे हैं।
अबीर ने कहा, ‘‘ओटीटी ने मनोरंजन के क्षेत्र में भाषा संबंधी तमाम बाधाओं को तोड़ दिया है। आज के समय में दर्शक भारत और दुनिया की विभिन्न भाषाओं में बनने वाली फिल्मों को देख सकते हैं। इसलिए दर्शकों का ही सर्वाधिक महत्व है।’’
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