कोलकाता, 25 अप्रैल (भाषा) तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने सोमवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) पर भाजपा शासित राज्यों में कथित तौर पर महिलाओं और पिछड़े समुदायों पर होने वाले अत्याचारों पर ”आंख मूंद” लेने का आरोप लगाया। साथ ही दावा किया कि एनएचआरसी हमेशा उन्हीं राज्यों में अपना दल भेजती है, जहां विपक्षी दलों की सरकार है।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हाल में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या को ”बर्बर” करार देते हुए आश्चर्य जताया कि क्या अगर ऐसी ही घटना पश्चिम बंगाल में होती तो एनएचआरसी इसी तरह ”चुप्पी” साध लेता।
घोष ने यहां प्रेसवार्ता के दौरान आरोप लगाया, ”प्रयागराज में हुई बर्बर घटना पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग चुप क्यों हैं? इसलिए, क्योंकि केंद्र सरकार भाजपा शासित राज्यों में ऐसी घटनाएं होने पर उनके यात्रा भत्ते को मंजूरी नहीं देता अथवा उनके यात्रा टिकट का भुगतान नहीं करता ? ”
उन्होंने कहा कि वे बंगाल और अन्य ऐसे राज्यों में तत्काल दल भेजे देते हैं, जहां विपक्षी दलों की सरकार है।
गौरतलब है कि करीब एक सप्ताह पहले प्रयागराज के खेवराजपुर में एक परिवार के पांच लोगों की हत्या करके उनके घर को आग लगा दी गई थीं। तृणमूल कांग्रेस के एक तथ्यान्वेषी दल ने रविवार को घटनास्थल का दौरा कर परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों से बातचीत की थी।
भाषा शफीक उमा
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