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Sunday, 17 November, 2024
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असम में छह टोके गेको छिपकलियों को बचाया गया

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तेजपुर, 13 मई (भाषा) पुलिस ने असम के सोनितपुर जिले में छह टोके गेको छिपकलियों को अवैध तस्करी से बचा लिया। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि एक व्यक्ति बोरघाट पुलिस थाना क्षेत्र के मानशिरी इलाके में अवैध कारोबार करने वाले कुछ लोगों को बृहस्पतिवार रात इन छिपकलियों को बेचने की कोशिश कर रहा था, तभी पुलिस ने उन्हें बचा लिया।

इन छिपकलियों की बाजार में अनुमानित कीमत छह लाख रुपए है।

मणिपुर को पूर्वोत्तर में टोके गेको छिपकलियों के अवैध कारोबार का केंद्र माना जाता है, तथा हाल के वर्षों में असम में इसका अवैध कारोबार बढ़ा है।

टोके गेको एशियाई निशाचर छिपकली होती है, जिसकी लंबाई 40 सेंटीमीटर तक होती है और उसकी नीली-भूरी त्वचा पर नारंगी धब्बे होते हैं।

दक्षिण पूर्व एशिया में माना जाता है कि यह ड्रेगन की वंशज है। इसे सौभाग्य एवं प्रजनन क्षमता का प्रतीक माना जाता है। दक्षिण एशियाई देशों में पारंपरिक दवाइयां बनाने में इस्तेमाल होने के लिए छिपकली की इस प्रजाति की तस्करी की जाती है।

भाषा

सिम्मी माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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