कोलकाता: हावड़ा में ज़ोमैटो फूड डिलीवरी एग्जीक्यूटिव बीफ और पोर्क की होम डिलिवरी के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. उनका कहना हैं कि उनकी मर्जी की खिलाफ उनको काम करवाया जा रहा है.
फूड डिलीवरी के एक्जीक्यूटिव का आरोप है, ‘कंपनी हमारी मांगों को नहीं सुन रही है और हमें अपनी इच्छा के विरुद्ध बीफ और पोर्क डेलीवर करने के लिए मजबूर कर रही है. हम एक सप्ताह से हड़ताल पर हैं.’
West Bengal: Zomato food delivery executives in Howrah are on an indefinite strike protesting against delivering beef and pork, say, "The company is not listening to our demands & forcing us to deliver beef & pork against our will. We have been on strike for a week now." pic.twitter.com/tPVLIQc2SZ
— ANI (@ANI) August 11, 2019
आपको बता दें यह पहला प्रकरण नहीं है जिसको लेकर ज़ोमैटो विवाद में है. इससे पहले अमित शुक्ल नमक एक युवक ने खाने का ऑर्डर सिर्फ़ इसलिए लेने से इंकार कर दिया था क्योंकि डिलिवरी बॉय मुसलमान था.
अमित शुक्ला नाम के व्यक्ति ने डिलिवरी वाले के मुस्लिम होने की वजह से जब खाना लेने से इंकार कर दिया तो इसके जवाब में ज़ोमैटो ने लिखा, ‘खाने का कोई धर्म नहीं होता. खाना ख़ुद ही धर्म है.’
Food doesn’t have a religion. It is a religion. https://t.co/H8P5FlAw6y
— Zomato India (@ZomatoIN) July 31, 2019
ज़ोमैटो को मालिक दीपेंद्र गोयल ने ज़ोमैटो के इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, ‘हम ‘आइडिया ऑफ़ इंडिया’ पर गर्व करते हैं. हमें ऐसे किसी नुकसान से फर्क नहीं पड़ता जो हमारे आदर्शों को रास्ते में आता है.’
We are proud of the idea of India – and the diversity of our esteemed customers and partners. We aren’t sorry to lose any business that comes in the way of our values. ?? https://t.co/cgSIW2ow9B
— Deepinder Goyal (@deepigoyal) July 31, 2019
गोयल के ऐसे विचार की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हुई थी और एक ऐसा धड़ा भी था जो इसके लिए उन्हें ट्रोल कर रहा था. फिलहाल कंपनी के सामने ये नई समस्या आन खड़ी हुई है.
गौरतलब है कि ज़ोमैटो एक ऑनलाइन फूड डिलिवरी सर्विस है जो भारत के बडे़ शहरों में लोगों तक खाना पहुंचाती है.