हांसी: पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह को शनिवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के तुरंत बाद उन्हें अंतरिम जमानत पर छोड़ दिया गया. पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर युवराज सिंह हांसी पुलिस के सामने पेश हुए थे. युवराज सिंह से करीब 3 घंटे पूछताछ भी हुई.
जातिगत टिप्पणी करने को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता रजत कलसन ने युवराज सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया था. कलसन ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने युवराज को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया. कलसन अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे. वह बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दर्ज करेंगे.
हांसी के पुलिस उपाधीक्षक विनोद शंकर ने कहा, ‘युवराज सिंह शनिवार को हांसी आए और हमने उनकी औपचारिक गिरफ्तारी की. उन्हें कुछ घंटों के बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया.’
हरियाणा पुलिस ने 15 फरवरी को पिछले साल एक इंस्टाग्राम चैट के दौरान युजवेंद्र चहल के खिलाफ कथित जातिवादी टिप्पणी को लेकर भारत के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.
क्या था मामला:
ये मामला पिछले साल का है, जब युवराज सिंह और क्रिकेटर रोहित शर्मा इंस्टाग्राम पर लाइव बात कर रहे थे. इंस्टा लाइव के दौरान युजवेंद्र चहल का जिक्र आने पर युवराज ने जातिसूचक पर अभद्र टिप्पणी की थी. इसके बाद युवराज का सोशल मीडिया पर जमकर विरोध हुआ था.
कलसन ने आरोप लगाया था कि सिंह की टिप्पणी ने दलित समुदाय की भावनाओं को आहत किया था, जिसमें कहा गया था कि सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोगों ने वीडियो देखा था.
माफी मांगते युवराज सिंह:
टिप्पणियों पर माफी मांगते हुए ट्वीट किया था कि, ‘मैं समझता हूं कि जब मैं अपने दोस्तों के साथ बातचीत कर रहा था, तो मुझे गलत समझा गया, जो अनुचित था. हालांकि, एक जिम्मेदार भारतीय के रूप में मैं कहना चाहता हूं कि अगर मैंने अनजाने में किसी की भावनाओं या भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, तो मैं उसके लिए खेद व्यक्त करना चाहूंगा.’
मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैंने कभी भी जाति, रंग, वर्ण और लिंग को लेकर किसी भी प्रकार की असमानता में भरोसा नहीं किया है. मैंने अपना जीवन लोगों की भलाई में दिया है और आज भी यह जारी है. मैं बिना किसी अपवाद के हर व्यक्तिगत जिंदगी के गौरव और सम्मान में विश्वास करता हूं.’
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