जयपुर, 21 सितंबर (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को कहा कि युवा राष्ट्र की शक्ति का आधार हैं जो समाज एवं देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। उन्होंने कहा कि युवा नशे से दूर रहते हुए अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए दृढ इच्छाशक्ति के साथ मेहनत करें और राज्य सरकार हर कदम पर उनके साथ खड़ी है।
शर्मा सीकर के सांवली में सेवा पखवाड़ा के तहत आयोजित नशामुक्ति शपथग्रहण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने हजारों युवाओं को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा, ‘‘बदलाव की शुरुआत स्वयं से होती है, इसलिए हम नशामुक्त रहते हुए परिवार और समाज को भी इस बुराई से दूर रखें। इस चुनौती से निपटने के लिए हम सबको एकजुट होकर नशामुक्ति अभियान से जुड़ने का संकल्प लेना होगा।’’
आधिकारिक बयान के अनुसार, शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस पर शुरू हुए सेवा पखवाड़ा के तहत राज्य में भी नशामुक्ति जैसे जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। साथ ही, ग्रामीण सेवा शिविरों और शहरी सेवा शिविरों का आयोजन भी किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इन शिविरों के माध्यम से अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पूर्ववर्ती सरकार के शासनकाल में राज्य में नशा माफियाओं का बोलबाला था जबकि हमारी सरकार ने नशे के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करते हुए मात्र 18 महीने में 6,608 मामले दर्ज किए और 7,835 लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही, 4700 किलोग्राम अफीम और 130 किलोग्राम हेरोइन भी जब्त की गई है।’’
उन्होंने कहा कि जबरन धर्मांतरण को रोकने के लिए भाजपा सरकार विधेयक लेकर आई है, जिससे अवैध धर्म परिवर्तन पर लगाम लगेगी।
शर्मा ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय पेपर लीक के कारण युवाओं के सपनों पर कुठाराघात हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार पेपर लीक पर अंकुश लगाते हुए पारदर्शिता के साथ परीक्षाओं का आयोजन करा रही है। हमने पांच साल में युवाओं को सरकारी क्षेत्र में चार लाख तथा निजी क्षेत्र में छह लाख रोजगार के अवसर देने का संकल्प लिया है। हम अब तक 75 हजार सरकारी नियुक्तियां दे चुके हैं और शीघ्र ही यह आंकड़ा एक लाख तक पहुंचा देंगे।’’
नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि भारत को सशक्त और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने में युवाओं की अहम भूमिका है।
उन्होंने कहा कि युवा दृढ़ संकल्प के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ेंगे तो वर्ष 2047 तक भारत विश्वपटल पर विकसित राष्ट्र बनकर उभरेगा।
भाषा पृथ्वी
जितेंद्र नेत्रपाल
नेत्रपाल
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