कोलकाता, 10 फरवरी (भाषा) पश्चिम बंगाल में गैर-भाजपा राजनीतिक दलों ने बृहस्पतिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपने राज्य में लोगों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश नाकाम हो जाएगी।
गैर-भाजपा दलों ने आदित्यनाथ द्वारा केरल, कश्मीर और पूर्वी राज्य (बंगाल) का नकारात्मक तरीके से जिक्र किये जाने को इसकी वजह बताया।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को एक वीडियो संदेश में आदित्यनाथ ने लोगों से भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में वोट देने की अपील करते हुए कहा है कि उनका वोट उप्र का भविष्य निर्धारित करेगा और उन्होंने इस उत्तरी राज्य (उप्र) को कश्मीर में तब्दील करने की गलती करने के प्रति लोगों को आगाह किया है।
आदित्यनाथ के इस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने कहा कि आदित्यनाथ लोगों को विभाजित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, ‘‘जो भाजपा का एक पुराना हथकंडा है, जिसे वह मुश्किल समय में इस्तेमाल करती है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने आगामी उप्र चुनावों में हार भांप ली है, यही कारण है कि वह पश्चिम बंगाल में शांति एवं सौहार्द्र को नकारात्मक रूप में प्रदर्शित कर उप्र में लोगों के बीच वैमनस्य के बीज बो रही है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि आदित्यनाथ की टिप्पणी उप्र के शांति प्रिय लोगों का ध्रुवीकरण करने की एक खुल्लमखुल्ला कोशिश है।
बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आदित्यनाथ पूर्वी राज्य और इसकी धर्मनरिपेक्ष परंपराओं के बारे में कुछ नहीं जानते हैं।
हालांकि, प्रदेश भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने कहा, ‘‘वह(योगी) पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था का जिक्र कर रहे थे। ’’
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