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Wednesday, 10 September, 2025
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यमुना में बाढ़ : दिल्ली सरकार ने बाढ़ प्रतिक्रिया कार्ययोजना लागू की

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(तस्वीरों के साथ)

नयी दिल्ली, दो सितंबर (भाषा) यमुना नदी का जलस्तर मंगलवार को निकासी के निशान को पार कर जाने के बाद दिल्ली सरकार ने अपनी बाढ़ प्रतिक्रिया कार्ययोजना लागू कर दी है। दिल्ली के मंत्री प्रवेश वर्मा ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी के कई निचले इलाकों में पानी घुस गया है और नागरिकों को बचाने के लिए 58 नावें, 675 जीवन रक्षक जैकेट मुहैया कराए गए हैं जबकि पानी निकालने के लिए 82 अस्थायी पंप लगाए गए हैं।

वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण यहां नदी का जलस्तर इस वर्ष पहली बार निकासी के स्तर को पार कर गया, जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि के मद्देनजर सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री वर्मा ने बाढ़ मोचन/उपशमन योजनाओं की समीक्षा के लिए अपने विभाग के अधिकारियों और जिलाधिकारियों के साथ बैठक की।

वर्मा ने एक आधिकारिक बयान में कहा, ‘‘हमारे बाढ़ तैयारी अधिकारी, इंजीनियर और जमीनी स्तर के कर्मी 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात हैं और हम युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। बैराज से लेकर पंपिंग स्टेशन तक, हर व्यवस्था पर कड़ी नजर रखी जा रही है।’’

मंत्री का कहना है कि बाढ़ से निपटने के लिए, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने 58 नावें, 675 लाइफ जैकेट, 5,67,200 ईसी (इको) बैग, 14,370 बल्लियां, 24 जनरेटर आदि पहले उपलब्ध कराए हैं। इसके अलावा, संवेदनशील स्थानों पर पानी निकालने के लिए 82 अस्थायी पंप लगाए गए हैं।

वर्मा ने दक्षिण-पश्चिम, दक्षिण-पूर्व, दक्षिण और मध्य दिल्ली के जिलाधिकारियों को बाढ़ के मौसम में पूरी तरह सतर्क रहने का निर्देश दिया, क्योंकि ये इलाके ज़्यादा संवेदनशील हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि राहत सामग्री जरूरतमंदों तक पहुंचे, निकासी केंद्र और त्वरित प्रतिक्रिया दल पूरी तरह तैयार रहें। नजफगढ़ बेसिन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जहां अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं। दिल्ली के लोग निश्चिंत रहें कि हम किसी भी बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।’’

दिल्ली जल बोर्ड को बाढ़ प्रबंधन प्रक्रिया में अपने अधिकारियों को नियुक्त करने तथा जलभराव को रोकने और निर्बाध जलप्रवाह सुनिश्चित करने के लिए सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग और केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के साथ निकट समन्वय करने का निर्देश दिया गया है।

भाषा राजकुमार धीरज

धीरज

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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