scorecardresearch
Tuesday, 9 December, 2025
होमदेशयादव ने खजुराहो में की समीक्षा बैठक तो किसानों ने जिले में खाद की किल्लत पर किया प्रदर्शन

यादव ने खजुराहो में की समीक्षा बैठक तो किसानों ने जिले में खाद की किल्लत पर किया प्रदर्शन

Text Size:

छतरपुर (मध्यप्रदेश), आठ दिसंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को खजुराहो में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा के लिए बैठक की, जबकि उसी दौरान किसानों ने जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में खाद की किल्लत को लेकर प्रदर्शन और चक्का जाम किया।

किसानों के रोष और समीक्षा बैठक को देखते हुए प्रशासन को कुछ थानों में भी खाद के लिए टोकन वितरण की व्यवस्था करनी पड़ी।

मुख्यमंत्री यादव ने बैठक में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता, मध्यम एवं लघु उद्योग, राजस्व, औद्योगिक एवं निवेश प्रोत्साहन, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार और नगरीय विकास एवं आवास विभाग की समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि विभागीय समीक्षा में विगत दो वर्षों के कार्यों की समीक्षा और आने वाले तीन साल के लक्ष्य तय करने का निर्णय किया गया है।

उन्होंने कहा कि इसी माह की 21 तारीख को भोपाल नगर को मेट्रो की सौगात दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर सरकार द्वारा लगभग दो लाख करोड़ रुपये के अलग-अलग कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया जाएगा।

मुख्यमंत्री जब यह बैठक कर रहे थे तब वहां से कुछ ही दूरी पर विभिन्न थाना क्षेत्रों में किसानों ने खाद की किल्लत को लेकर प्रदर्शन और चक्का जाम किया।

किसानों के समूहों ने बमीठा थाना क्षेत्र, हरपालपुर थाना क्षेत्र और बड़ा मलहरा थाना क्षेत्र सहित कुछ अन्य इलाकों में खाद को लेकर प्रदर्शन किया।

बड़ा मलहरा के किसान नेता रामकृपाल शर्मा ने बताया की यहां दोपहर बाद थाने के ठीक सामने किसानों ने चक्का जाम किया जो आधे घंटे से अधिक देर तक जारी रहा।

उन्होंने कहा कि किसानों को खाद न मिलने के कारण यह स्थिति निर्मित हुई ।

उन्होंने कहा, ‘समिति में खाद नहीं मिलती, जिसके कारण किसान मंडियों से खाद ले रहे हैं। वितरण व्यवस्था सही ढंग से संचालित ना होने के कारण यह सारी समस्याएं हो रही हैं। इसको लेकर प्रशासन को कई बार अवगत भी कराया गया पर कोई सुनने को तैयार नहीं है।’

खजुराहो के निकट बमीठा थाना क्षेत्र में भी खाद संकट को लेकर किसानों का प्रदर्शन हुआ और इस दौरान वे झांसी-खजुराहो राष्ट्रीय राजमार्ग 39 पर धरने पर बैठ गए।

बाद में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों और स्थानीय विधायक अरविंद पटेरिया से आश्वासन मिलने के बाद किसान वहां से हटे।

किसानों ने हरपालपुर थाने के ठीक सामने खाद वितरण की व्यवस्था के विरोध में प्रदर्शन किया।

किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर प्रशासन ने थाने से खाद के टोकन बांटने की व्यवस्था की।

एक प्रदर्शनकारी किसान ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि वर्तमान में फसलों को यूरिया की बेहद आवश्यकता है, इस कारण किसान किसी भी कीमत पर यूरिया लेना चाहता है।

हरपालपुर के थाना प्रभारी संजय राय ने कहा कि थाने से टोकन बांटने का काम वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर कराया गया।

उन्होंने कहा, ‘यहां से पर्ची बनने के बाद किसानों को गोदाम से खाद दी गई। इस व्यवस्था से किसानों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।’

इस बीच, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने राज्य में खाद संकट और इससे किसानों को हो रही परेशानी के लिए सरकार पर निशाना साधा।

उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘किसान खाद के लिए कतार में, सरकार कैबिनेट मीटिंग में व्यस्त! खजुराहो में जहां मंगलवार को मध्यप्रदेश कैबिनेट की बैठक होने जा रही है, उससे सिर्फ आठ किमी दूर किसान खाद के लिए त्राहि-त्राहि कर रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘ज़रूरत के मुताबिक खाद नहीं, लाइनें लंबी, गोदाम खाली… लेकिन सरकार की नज़र किसानों की परेशानी पर नहीं!’

सिंगार ने कहा कि मंत्रिमंडल की बैठक का असली उद्देश्य जनता के हित में निर्णय लेना होता है और जब किसान ही बेहाल हों, तो पहला फैसला उनकी खाद की कमी दूर करने का होना चाहिए।

भाषा सं ब्रजेन्द्र शोभना

शोभना

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments