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Sunday, 3 November, 2024
होमदेश'कुश्ती बिरादरी गलत ठहरा दे तो रेसलिंग में नहीं दिखेंगे', ट्रायल की छूट लेने पर बोले बजरंग और विनेश

‘कुश्ती बिरादरी गलत ठहरा दे तो रेसलिंग में नहीं दिखेंगे’, ट्रायल की छूट लेने पर बोले बजरंग और विनेश

जूनियर पहलवान अंतिम पंघाल ने बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट को बिना ट्रायल के एशियन गेम्स 2023 के लिए सीधे एंट्री दिए जाने का विरोध किया है. उनकी विरोध की याचिका दिल्ली हाईकोर्ट ने खारिज कर दी है.

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नई दिल्ली : भारत के शीर्ष पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने एशियन गेम्स के लिए ट्रायल की छूट स्वीकार करने पर हो रही आलोचना पर सोमवार को अपनी चुप्पी तोड़ी. दोनों कुश्ती खिलाड़ियों ने एक फेसबुक लाइव वीडियो के जरिए अपना पक्ष रखा. उन्होंने पहलवान अंतिम पंघाल के उन आरोपों का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने एशियाई खेलों, हांगझू के लिए दोनों पहलवानों द्वारा ट्रायल की छूट स्वीकार करने को लेकर लगाया था.

पहलवान विनेश फोगाट ने कहा, “ट्रायल से कौन भाग रहा है? हम ट्रायल के लिए हमेशा तैयार रहे हैं. क्या हम देश छोड़कर भाग गये हैं? हमने सिर्फ अभ्यास के लिए समय की मांग की थी. आप ट्रायल ले सकते हैं.”

भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की एडहॉक (तदर्थ) कमेटी ने उन्हें अपने-अपने वजन कैटेगरी में ट्रायल से छूट दी है और सीधे टीम में प्रवेश दिया है जिस पर जूनियर पहलवान अंतिम पंघाल ने सवाल उठाए हैं.


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विनेश और पूनिया ने आरोपों का दिया जवाब

अंतिम पंघाल के द्वारा लगाए गए आरोपों की बात करते हुए फेसबुक लाइव वीडियो में विनेश ने कहा, “हम ट्रायल्स के खिलाफ नहीं है. मैं अंतिम पंघाल पर दोष नहीं मढ़ रही. वह अभी काफी छोटी हैं. वह अपनी जगह सही हैं. वह अपने अधिकार के लिए लड़ रही हैं और हम अपने अधिकार के लिए. लेकिन हम गलत नहीं है.”

बजरंग पूनिया ने इस फेसबुक लाइव के दौरान कहा, “अगर हम गलत हैं तो हम अपना कदम पीछे खींच लेंगे…हम अपनी गलती स्वीकार करेंगे… कुश्ती बिरादरी एक जगह जुटे. सभी लोग एक साथ बैठें, और हमारे सवालों का जवाब दें, हम आपके सवालों का जवाब देंगे. इसके बाद अगर आप हमें कुछ करने को कहते हैं, तो हम उसे करेंगे. हम खुद ही अपना कदम पीछे खींच लेंगे. फिर हम कुश्ती में कही नजर नहीं आएंगे.”

गौरतलब है कि 20 जुलाई को अंतिम पंघाल ने विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को एशियन गेम्स में सीधे एंट्री का विरोध करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. हालांकि, उच्च न्यायालय ने उनकी याचिका खारिज कर दी है. अब पंघाल ने अपनी लड़ाई जारी रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया है.

पहलवान अंतिम पंघाल ने विनेश और पूनिया का किया विरोध

पहलवान अंतिम पंघाल ने एक फेसबुक वीडियो के जरिए बुधवार को बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट को ट्रायल से छूट दिए जाने के खिलाफ सवाल उठाए थे और एशियन गेम्स 2023 में उन्हें सीधे एंट्री देने का विरोध किया था.

उन्होंने वीडियो में कहा है, “अभी जो एशियन गेम्स हो रहे हैं उनमें विनेश को सीधे भेजा जा रहा है. जबकि उन्होंने पिछले एक साल से कोई भी प्रैक्टिस नहीं की है. उनकी कोई अचीवमेंट नहीं है. जबकि मेरा 2022 के जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल आया था. और ऐसा करने वाली मैं भारत की पहली महिला बनी थी. 2023 में एशियन चैंपियनशिप में मेरा सिल्वर मेडल आया है. विनेश को इंजरी भी है. अब कहा जा रहा है कि जो एशियन गेम्स में जाएगा, वही वर्ल्ड चैंपियनशिप में जाएगा. वर्ल्ड चैंपियनशिप से जो मेडल लाएगा, वही ओलंपिक क्वालीफाई करेगा. तो हम इतने साल से जो मेहनत कर रहे हैं, हमारा क्या होगा, क्या हम छोड़ दें पहलवानी?”

उन्होंने कहा, “हमें ये बताएं कि उन्हें किस आधार पर भेजा जा रहा है. और भी लड़कियां हैं, साक्षी मलिक भी हैं. उन्होंने भी ओलंपिक मेडल जीता है, उनको भी नहीं भेजा जा रहा है. रवी दहिया ने भी ओलंपिक में मेडल जीता है, उनको भी नहीं भेजा जा रहा है. ऐसा क्या है विनेश में, जो उन्हें भेजा जा रहा है. बस ट्रायल लो. मैं नहीं बोल रही कि मैं लाने (मेडल) वाली हूं और भी बहुत सारी लड़कियां हैं, जो उन्हें हरा सकती हैं.”

दो दिन पहले शनिवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट को एशियन गेम्स 2023 में ट्रायल से छूट देकर सीधे एंट्री देने का विरोध करने वाली पहलवान अंतिम पंघाल और सुजीत कलकल की याचिका खारिज कर दी है.

वहीं विनेश फोगाट ने वीडियो में कहा, “हमने कुश्ती को 20 साल दिए हैं. हमने बहुत कठिन परिश्रम किए हैं. अगर वह (अंतिम पंघाल) सोचती हैं कि कुछ गलत हुआ है, तो उन्हें अदालत जाना चाहिए था. लेकिन मुझे खुशी है कि कम से कम बच्चों ने बोलना शुरू कर दिया है, वे साहस जुटा रहे हैं. यह कुश्ती के लिए सकारात्मक बात है.”

शीर्ष पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि विनेश उन पहलवानों से न हारी हैं और न हारेंगी, जिन्होंने हाल ही में उन्हें मुकाबले के लिए चुनौती दी गई है. बजरंग ने कहा, “कहा जा रहा कि 3-4 पहलवान ऐसे हैं जो विनेश को हरा सकते हैं, लेकिन प्रिय अंतिम, विनेश अब तक न हारी है, न हारेंगी.”

‘दी गई छूट नीति के अनुरूप है’

आईओए की एडहॉक कमेटी के सदस्य भूपेंदर सिंह बाजवा ने शनिवार को इस बात की पुष्टि की कि एशियाई खेलों के चयन को लेकर ट्रायल से दिग्गज पहलवान विनेश फोगट और बजरंग पुनिया को दी गई छूट उसकी नीतियों के अनुरूप है.

बाजवा ने कहा, “छूट हमारी नीति के मुताबिक है. अच्छे खिलाड़ियों को चोटों से बचाने के लिए उन्हें छूट दी जा सकती है. इसमें कुछ भी गलत नहीं है. यह छूट हमारी पॉलिसी के मुताबिक दी गई है.”

अंतिम पंघाल ने 53 किग्रा भार वर्ग में जीता ट्रायल

अंतिम पंघाल ने शनिवार को एशियाई खेलों के लिए हुए ट्रायल में 53 किग्रा महिला वर्ग में जीत हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है लेकिन उनकी इस सफलता के कुछ ही समय बाद दिल्ली उच्च न्यायालय ने इस वर्ग में विनेश फोगाट को दी गई छूट को चुनौती देने वाली उनकी याचिका खारिज कर दी.

अंतिम पंघाल को पहले दौर में बाई मिली और इसके बाद 2022 अंडर-20 विश्व चैंपियन ने तमन्ना पर 7-2 से जीत के साथ शुरुआत की. उन्होंने नेहा के खिलाफ तकनीकी श्रेष्ठता से जीत हासिल कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया. अंतिम ने फाइनल में और भी दमदार प्रदर्शन किया और अपनी प्रतिद्वंद्वी मंजू को 2 मिनट से कम समय में ही हरा दिया.19 साल की पंघाल ने 53 किग्रा वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए बिना किसी परेशानी के अपने सभी मुकाबले जीते.

अंतिम ने यहां जीत दर्ज करने के बाद कहा, ‘‘मैंने निष्पक्षता से ट्रायल जीता है. मैं स्टैंडबाई खिलाड़ी क्यों बनूं, मैंने तो ट्रायल जीत लिया, जिसने प्रतिस्पर्धा नहीं की उसे 53 किग्रा भार वर्ग में स्टैंडबाई खिलाड़ी होना चाहिए. (अदालत में) मेरी याचिका खारिज कर दी गई है लेकिन मैं नहीं रुकूंगी, मैं लड़ती रहूंगी, हम उच्चतम न्यायालय जाएंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर उसे इस तरह सीधे प्रवेश मिलता रहेगा, तो किसी को कैसे पता चलेगा कि हम कितने अच्छे हैं. हम कोशिश करते रहेंगे. मेरे कोच तय करेंगे कि हम आगे क्या करने जा रहे हैं, लेकिन लड़ाई जारी रहेगी. ऐसे में मेरे तीन मुकाबले जीतने का क्या मतलब है.’’ अंतिम ने कहा, ‘‘मैं जानती हूं कि वह काफी अच्छी है और उसके पास कई पदक हैं लेकिन उसे ट्रायल में हमारे खिलाफ लड़ना होगा.’’

एशियन गेम्स सितम्बर 2023 में शुरू होंगे.


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