लखीमपुर खीरी (उप्र), 15 जून (भाषा) विश्व प्रसिद्ध दुधवा नेशनल पार्क बृहस्पतिवार को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया। इस वर्ष का पर्यटन सीजन समाप्त होने के साथ इस पार्क को बंद कर दिया गया। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
दुधवा नेशनल पार्क के उप निदेशक रेंगाराजू तमिलसेल्वन ने बताया कि किशनपुर वन्यजीव अभयारण्य के साथ दुधवा नेशनल पार्क मॉनसून के आने के साथ हर साल 15 जून को बंद कर दिया जाता है क्योंकि जंगल के सभी रास्ते और वन क्षेत्र जलमग्न हो जाते हैं और पंद्रह नवंबर को इसे पर्यटकों के लिए दोबारा खोला जाता है।
उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को सुबह की पाली में दुधवा सफारी पर पर्यटकों के आगमन के बाद दुधवा बेस कैंप के द्वार बंद कर दिए गए। शुल्क और प्रवेश शुल्क बढ़ाए जाने और मंगलवार को साप्ताहिक बंदी की व्यवस्था किए जाने के बावजूद इस वर्ष भारत और विदेश से बड़ी तादाद में पर्यटक दुधवा और किशनपुर आए।
उन्होंने बताया कि जंगली जीवन का उसके प्राकृतिक रूप में आनंद लेने के लिए करीब 28,000 पर्यटक दुधवा नेशनल पार्क आए। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित दुधवा नेशनल पार्क पर्यटकों के अलावा वन्यजीव में दिलचस्पी लेने वाले लोगों और अनुसंधानकर्ताओं को आकर्षित करता है।
तमिलसेल्वन ने बताया कि दुधवा नेशनल पार्क में करीब 106 रायल बंगाल टाइगर, 92 चीते, 200 से अधिक हाथी, 400 प्रजातियों के पक्षी, पांच प्रजाति के हिरण, सांप, औषधीय पौधे आदि मौजूद हैं।
भाषा सं राजेंद्र रंजन
रंजन
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.