(तस्वीर सहित)
मुंबई, 11 अक्टूबर (भाषा) शिवसेना के उद्धव ठाकरे धड़े के कार्यकर्ता मंगलवार को हाथों में मशाल लेकर पार्टी संस्थापक बाल ठाकरे के स्मारक गए। चुनाव आयोग ने सोमवार को इस धड़े को ‘मशाल’ चुनाव चिह्न आवंटित किया था।
पार्टी कार्यकर्ता हाथों में जलती मशाल लेकर उपनगरीय क्षेत्र बांद्रा में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी निवास ‘मातोश्री’ भी गये।
उद्धव ठाकर ने पार्टी कार्यकर्ताओं से नये चुनाव निशान की अहमियत को समझने का आह्वान किया है।
इसे अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव से पहले लोगों को नये चुनाव निशान से रूबरू कराने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है। यहां इस विधानसभा सीट के लिए तीन नवंबर को उपचुनाव होना है।
नागपुर और औरंगाबाद समेत विभिन्न जिलों में पार्टी कार्यकर्ताओं ने नये चुनाव निशान के साथ जुलूस निकाला।
सोमवार को चुनाव आयोग ने शिवसेना के उद्धव ठाकरे धड़े को ‘मशाल’ चुनाव चिह्न आवंटित किया था। उसने धार्मिक बोध का हवाला देते हुए ‘त्रिशूल’ पर उसका दावा खारिज कर दिया था।
शिवसेना के प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच विवाद को लेकर निर्वाचन आयोग ने सोमवार को एक आदेश जारी कर उद्धव ठाकरे गुट के लिए पार्टी के नाम के रूप में ‘शिवसेना – उद्धव बालासाहेब ठाकरे’ नाम आवंटित किया जबकि एकनाथ शिंदे के गुट को ‘बालासाहेबंची शिवसेना’ नाम आवंटित किया।
उद्धव ठाकरे गुट ‘मशाल’ चिह्न पर मुंबई की अंधेरी सीट पर विधानसभा उपचुनाव लड़ेगा। शिवसेना विधायक रमेश लटके के निधन के कारण यह सीट खाली हुई है। इस सीट पर उपचुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा और शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है।
भाषा
राजकुमार मनीषा
मनीषा
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