यूपिया (अरुणाचल प्रदेश), 20 फरवरी (भाषा) केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने रविवार को युवाओं से आत्मकेंद्रित रवैये से बाहर निकलने और अरुणाचल प्रदेश की एकजुट पहचान के लिए काम करने का आह्वान किया, जहां हर जनजाति को समान अवसर मिले।
रीजीजू ने युवाओं से कहा कि वे न केवल अपने समुदाय के बारे में सोचें बल्कि दूसरों के लिए भी सोचें ताकि राज्य आगे बढ़े। केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री ने अरुणाचल प्रदेश के 36वें स्थापना दिवस और इसके नामकरण के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर लोगों को संबोधित किया।
उन्होंने कहा, ‘‘समय आ गया है कि राज्य के लोग एकजुट अरुणाचल के लिए काम करें, जहां हर जनजाति का सह-अस्तित्व हो। अगर सभी जनजातियों को स्वहित के बजाए एक पहचान के लिए एकजुट नहीं किया जाता है तो राज्य प्रगति नहीं कर सकता।’’
रीजीजू ने कहा कि राज्य में कई जनजातियां अब भी देश के बाकी हिस्सों के लिए अनजान हैं और उन्हें ऊपर उठाने के प्रयास किए जाने चाहिए ताकि वे दूसरों के साथ समान रूप से प्रगति कर सकें। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया, ‘‘अपनी शक्ति और ऊर्जा से दुनिया को जीतें। राज्य और समाज में योगदान दें।’’
मंत्री ने असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच दशकों पुराने सीमा विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि इस मुद्दे को जल्द सुलझा लिया जाएगा क्योंकि दोनों राज्य सरकारें इस दिशा में गंभीरता से काम कर रही हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कारोबारी समुदाय से भी अनुरोध किया कि वे अरुणाचल में अधिक निवेश करें ताकि राज्य देश के अन्य हिस्सों के साथ समान रूप से प्रगति कर सके। उन्होंने कहा, ‘‘अरुणाचल को केवल त्योहारों-महोत्सवों के स्थान के रूप में न बनाएं बल्कि बाहरी निवेशकों के लिए हर संभव प्रयास करके इसे निवेश के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में प्रदर्शित करें।’’
भाषा आशीष रंजन
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