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Tuesday, 19 November, 2024
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भाजपा की दबाव की रणनीति के आगे नहीं झुकेंगे: कांग्रेस

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मुंबई, 12 जून (भाषा) कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने रविवार को आरोप लगाया कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उसके नेता राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का समन ‘बदले की राजनीतिक’ का नतीजा है और कहा कि कांग्रेस सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की किसी भी दबाव की रणनीति के आगे नहीं झुकेगी।

पार्टी ने यह भी दावा किया कि ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले में एक भी पैसे की हेराफेरी नहीं की गई।

पार्टी के राज्य के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंधे ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘कांग्रेस भाजपा की दमनकारी रणनीति के आगे नहीं झुकेगी। पार्टी सोमवार को मुंबई और नागपुर सहित देश भर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालयों के सामने प्रदर्शन करेगी।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने राजनीतिक प्रतिशोध से ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ईडी का नोटिस भेजा है। इस मामले में एक भी पैसे का दुरुपयोग नहीं किया गया था और ‘नेशनल हेराल्ड’ के किसी भी निदेशक को कोई लाभ या पैसा नहीं मिला था।’’

उन्होंने कहा कि 2015 में बंद हुए इस मामले का दोबारा खुलना गांधी परिवार को उत्पीड़ित करने का एक तरीका है, लेकिन कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार के दमन के आगे नहीं झुकेगी। लोंधे ने कहा कि कांग्रेस सोमवार को मुंबई और नागपुर में ईडी कार्यालयों के सामने भाजपा के दमन के खिलाफ प्रदर्शन करेगी।

‘नेशनल हेराल्ड’ अखबार की स्थापना 1937 में पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल, पुरुषोत्तम टंडन, आचार्य नरेंद्र देव और रफी अहमद किदवई जैसे महान नेताओं ने की थी।

उन्होंने कहा कि अखबार ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1942 से 1945 के बीच ब्रिटिश सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया था। स्वतंत्रता के बाद भी लोकतंत्र और संविधान के विचार को आगे बढ़ाने के लिए घाटे के बावजूद इस समाचार पत्र को जारी रखा गया था।

उन्होंने पूछा, ‘‘इस अखबार के पत्रकारों और कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करने के लिए, कांग्रेस ने 2002 और 2011 के बीच ‘नेशनल हेराल्ड’ को 100 किस्तों में 90 करोड़ रुपये का ऋण दिया। इस तरह से उधार देना किसी भी कानून के तहत अवैध नहीं है। ये सभी लेनदेन पूरी तरह से पारदर्शी है। जब चल और अचल संपत्ति का हस्तांतरण नहीं होता है और जब किसी को कोई लाभ नहीं मिलता है तो इसे धन शोधन कैसे कहा जा सकता है ?’’

लोंधे ने कहा कि ‘नेशनल हेराल्ड’ 90 करोड़ रुपये के कर्ज का भुगतान नहीं कर सका, एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) ने इसे इक्विटी शेयरों में बदल दिया और शेयरों को एक गैर-लाभकारी कंपनी ‘यंग इंडिया’ को धारा 25 के तहत स्थानांतरित कर दिया गया।

उस समय सोनिया गांधी, राहुल गांधी, स्वर्गीय ऑस्कर फर्नांडीस, स्वर्गीय मोतीलाल वोरा और सुमन दुबे कंपनी के प्रबंधन से जुड़े सदस्य थे और उन्हें कोई लाभ नहीं मिला है। कांग्रेस नेता ने कहा कि ये सभी बातें बहुत स्पष्ट हैं और बावजूद इसके, यह कार्रवाई सिर्फ राजनीतिक प्रतिशोध की वजह से की जा रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र की भाजपा सरकार महंगाई, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों, रुपये के अवमूल्यन, आर्थिक मंदी और कश्मीरी पंडितों की हत्या जैसे प्रमुख मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसे मुद्दे उठा रही है।’’ उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई के विरोध में 13 जून को ईडी कार्यालयों के सामने देशव्यापी प्रदर्शन किया जाएगा।

लोंधे ने कहा कि मुंबई में कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले, राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट और मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप के नेतृत्व में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) से ईडी कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला जाएगा। इस सिलसिले में राहुल गांधी सोमवार को दिल्ली में ईडी के सामने पेश होंगे।

भाषा सुरभि नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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