बेंगलुरु, पांच फरवरी (भाषा) कर्नाटक के कुछ महाविद्यालयों में कक्षाओं में हिजाब पहनने को लेकर जारी विरोध के बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई प्रमुख नलिन कुमार कटील ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था का ‘तालिबानीकरण’ करने की अनुमति नहीं देगी।
कटील की टिप्पणी ऐसे वक्त आई है जब कक्षाओं के अंदर हिजाब पहनने से छात्राओं को प्रतिबंधित करने के फैसले पर राज्य के कुछ हिस्सों में विरोध हो रहा है। कटील ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस तरह की चीजों (कक्षाओं में हिजाब पहनने) की कोई गुंजाइश नहीं है। हमारी सरकार कठोर कार्रवाई करेगी। लोगों को विद्यालय के नियमों का पालन करना होगा। हम (शिक्षा व्यवस्था के) तालिबानीकरण की अनुमति नहीं देंगे।’’
कटील ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में धर्म को शामिल करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि बच्चों को केवल शिक्षा की जरूरत है।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘हिजाब या ऐसी किसी चीज की विद्यालयों में जरूरत नहीं है। स्कूल सरस्वती का मंदिर हैं। विद्यार्थियों का काम केवल पढ़ना-लिखना और स्कूल के कायदे-कानूनों का पालन करना है।’’
विजयपुरा के भाजपा विधायक बासनगौड़ा पाटिल यतनाल ने कहा कि कुछ लोग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्कूलों में हिजाब पहनने की अनुमति मांग रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यदि एक बार उनकी मांग पूरी कर ली गयी तो वे बाद में बुर्का पहनने देने की अनुमति मांगेंगे और उसके बाद स्कूल के अंदर मस्जिद बनाने की। ये मांगें बढ़ती ही रहेंगी। उनका समर्थन करने वाले वास्तव में गद्दार हैं।’’
यतनाल ने कहा कि इस तरह के आंदोलन के पीछे जो लोग हैं, उनका पर्दाफाश होना चाहिए। उन्होंने राज्य की शांति भंग करने के लिए कुछ राष्ट्र-विरोधी ताकतों की मिलीभगत का भी संदेह जताया।
शैक्षणिक संस्थानों में भगवान गणेश की मूर्ति की पूजा किये जाने को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में यतनाल ने कहा, ‘‘यह भारत है और हमारे देश की स्थापना भारतीय संस्कृति के आधार पर हुई है। हम धर्म के आधार पर उन्हें पहले ही पाकिस्तान दे चुके हैं, ताकि वे हिजाब पहन सकें।’’
राज्य के कुछ हिस्सों में सड़कों पर शनिवार को भी बुर्का पहनी महिलाओं ने प्रदर्शन किया। कलबुर्गी में कांग्रेस विधायक कनीज फातिमा के नेतृत्व में मुस्लिम छात्राओं-महिलाओं ने प्रदर्शन किया। ये महिलाएं कक्षाओं में हिजाब पहनने के अपने अधिकारों की मांग कर रही हैं। फातिमा ने कहा कि वह कर्नाटक विधानसभा में भी यह मामला उठाएंगी।
उडुपी में भी ऐसा ही प्रदर्शन हुआ, जहां छात्राएं बुर्का पहनकर परिसर में आईं और उन्होंने हिजाब के लिए इजाजत मांगी। वहीं, कक्षा के अंदर हिजाब पहनने का विरोध करते हुए कुछ स्कूलों और कॉलेजों में हिंदू लड़के और लड़कियां भगवा स्कार्फ पहनकर आए।
हिजाब को लेकर विवाद के बीच कर्नाटक सरकार ने शुक्रवार को शैक्षणिक संस्थानों से पोशाक संबंधी मौजूदा नियमों का पालन करने को कहा, जब तक कि उच्च न्यायालय अगले सप्ताह इस संबंध में कोई आदेश नहीं दे देता।
भाषा आशीष दिलीप
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