नासिक, 30 मई (भाषा) महाराष्ट्र महिला आयोग की प्रमुख रूपाली चाकणकर ने शुक्रवार को दावा किया कि दहेज उत्पीड़न की शिकार वैष्णवी हगवणे के परिवार से जुड़े मामले में आयोग ने अपना काम किया, लेकिन पुलिस की ओर से चूक हुई।
विपक्षी दल कथित ‘निष्क्रियता’ के लिए चाकणकर के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं क्योंकि यह बात सामने आई है कि हगवणे परिवार की दूसरी पुत्रवधू ने जब अतीत में उत्पीड़न की शिकायत की थी, तब पुलिस ने उचित जांच नहीं की थी।
वैष्णवी हगवणे (26) ने 16 मई को पुणे में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। उसके परिवार ने आरोप लगाया था कि ससुराल वालों ने दहेज के लिए उसे प्रताड़ित किया था।
हगवणे के ससुर राजेंद्र हगवणे को गिरफ्तार किया गया और सत्तारूढ़ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से निकाल दिया गया। चाकणकर भी राकांपा की नेता हैं।
चाकणकर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘किसी का भी इस्तीफा मांगा जा सकता है। प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और मुख्यमंत्री का भी इस्तीफा मांगा जा सकता है। लोकतंत्र में, इस्तीफा मांगना विपक्ष का काम है।’
उन्होंने कहा, ‘महिला आयोग ने अपना काम किया। उसने पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए थे, लेकिन प्राथमिकी दर्ज करने में देरी हुई। इसके लिए कौन जिम्मेदार है, इसका पता लगाने के लिए जांच जारी है।”
भाषा जोहेब दिलीप
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