कोलकाता, 22 नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में एक महिला को कथित तौर पर पीटा गया और एक मंजिला निर्माणाधीन मकान की छत नीचे धकेल दिया गया। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
रायदीघी इलाके में शुक्रवार को हुई इस घटना को लेकर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दावा किया है कि महिला उसकी कार्यकर्ता थी और उसे ‘तृणमूल कांग्रेस के एक गुंडे ने घर की छत से धक्का दे दिया।’’
राज्य में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा द्वारा लगाए गए आरोप को सिरे से खारिज किया है। तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि घटना ‘दो पड़ोसियों के बीच हुई कहासुनी का परिणाम’ है और भाजपा इस घटना का ‘राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है।’’
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि राज्य-प्रायोजित एक परियोजना के तहत छत निर्माण को लेकर मंगला हलदर का दूसरे परिवार के सदस्यों के साथ एक झगड़ा हुआ था।
अधिकारी ने कहा, ‘हम घटना की जांच कर रहे हैं और मुख्य आरोपी तन्मय पाइक की तलाश जारी है।’
पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला का एक स्थानीय अस्पताल में इलाज जारी है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि महिला के चोट से उबरने के बाद पुलिस उससे पूछताछ करेगी ताकि घटनाओं की कड़ियों को जोड़ा जा सके।
भाजपा ने एक कथित वीडियो ‘एक्स’ पर साझा करके दावा किया गया है कि उनकी एक महिला कार्यकर्ता को ‘‘रायदीघी के देबीपुर (तेंतुलबेरिया बूथ) में टीएमसी के गुंडे ने छत से धक्का दे दिया था।’’
हालांकि, ‘पीटीआई-भाषा’ इस वीडियो की प्रामाणिकता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सका है।
भाजपा ने सोशल मीडिया मंच पर दावा किया कि ‘भाजपा की एक महिला कार्यकर्ता ने अपनी ही जमीन पर बने एक अवैध पार्टी कार्यालय का विरोध किया जिसके बाद उन्होंने उस पर हमला किया और उसे उसकी ही छत से धक्का दे दिया।’
वहीं, एक जिला टीएमसी नेता ने कहा, “यह घटना इलाके के दो पड़ोसियों के बीच हुए झगड़े का परिणाम है जिसका भाजपा राजनीतिकरण कर रही है। हम पुलिस से अनुरोध करते है कि वह इस मामले में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच करके इसमें शामिल लोगों को गिरफ्तार करे।”
भाषा प्रचेता अमित
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