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Sunday, 28 April, 2024
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US पढ़ने गई हैदराबाद की बेटी, हुई डिप्रेशन की शिकार, मां ने जयशंकर से कहा- बेटी वापस ला दो

सैयदा लुलु मिन्हाज जैदी का पूरा सामान चोरी हो गया है जिसके कारण उसकी हालत दयनीय हो गई और वो भुखमरी की कगार पर है और उसे शिकागो, अमेरिका की सड़कों पर देखा जा रहा है.

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नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में एक महिला को शिकागो की सड़क पर भूख से तड़पते हुए देखा जा रहा है और उसकी मां ने भारत के विदेश मंत्री को पत्र लिख कर बेटी को ‘‘जितनी जल्दी हो सके’’ वतन वापस लाने के लिए आग्रह किया है.

दरअसल, शिकागो के डेट्रॉइट में ट्राइन यूनिवर्सिटी में मास्टर्स की डिग्री हासिल करने के मकसद से अमेरिका गई हैदराबाद की सैयदा लुलु मिन्हाज जैदी सड़कों पर तड़प रही हैं. पीड़िता की स्थिति को तेलंगाना स्थित पार्टी मजलिस बचाओ तहरीक (एमबीटी) के प्रवक्ता अमजद उल्लाह खान ने प्रकाश में लाया.

उनकी मां सैयदा वहाज फातिमा ने बताया कि उनका बेटी से बीते दो महीने से हमारा उससे कोई संपर्क नहीं था और उन्हें पता चला है कि जैदी का सारा सामान चोरी हो गया है और इसलिए वे डिप्रेशन में चली गई है और उसकी सेहत बहुत खराब है.

खान ने बताया, ‘‘सैयदा ने अगस्त 2021 में अपने मास्टर्स के लिए डेट्रॉइट की ट्राइन यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया था और लगभग 2-3 दिन पहले हैदराबाद के कुछ लड़कों ने उन्हें शिकागो में एक मस्जिद के बाहर देखा था.’’

पीड़िता की मां ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखे पत्र में उनसे ‘‘तुरंत हस्तक्षेप करने’’ और उनकी बेटी को ‘‘जितनी जल्दी हो सके’’ वापस लाने का आग्रह किया है.

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महिला की मां ने पत्र में कहा, ‘‘मेरी बेटी सैयदा लुलु मिन्हाज जैदी निवासी 41-48, ईदगाह के पीछे सादुलाल नजर, मौला अली, मेडचल जिला, तेलंगाना, अगस्त 2021 के दौरान ट्राइन यूनिवर्सिटी, डेट्रॉइट, यूएसए से सूचना विज्ञान में मास्टर करने के लिए गई थीं, हैदराबाद के दो युवकों से पता चला है कि मेरी बेटी डिप्रेशन में है और उसका पूरा सामान चोरी हो गया है जिसके कारण उसकी हालत दयनीय हो गई और वे भुखमरी की कगार पर है और उसे शिकागो, अमेरिका की सड़कों पर देखा जा रहा है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘अनुरोध है कि कृपया भारतीय दूतावास, वाशिंगटन डीसी, यूएसए और शिकागो, यूएसए में भारतीय वाणिज्य दूतावास से तुरंत हस्तक्षेप करने और मेरी बेटी को जल्द से जल्द भारत वापस लाने के लिए कहें. इस संबंध में की गई आवश्यक कार्रवाई के बारे में सूचित किया जाए.’’

भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नेता खलीकुर रहमान ने ट्विटर पर इस पत्र को साझा किया है.

हालांकि, कुछ देर बाद रहमान ने अपने ट्विटर पर अपडेटेड जानकारी देते हुए कहा कि वे शिकागो में मुकर्रम नामक सामाजिक कार्यकर्ता से संपर्क कर पाए हैं. मुकर्रम और उसके परिवार ने जैदी से मुलाकात की है और वर्तमान में उनका अस्पताल में इलाज हो रहा है.

रहमान ने कहा कि उन्हें बताया गया कि अमेरिका में नौकरी नहीं मिलने की वजह से आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण महिला डिप्रेशन में है मानसिक रूप से अस्थिर है. रहमान ने मुकर्रम के हवाले से कहा कि भारत वापस आने के लिए उन्हें डिप्रेशन से बाहर निकलने की जरूरत है.

एमबीटी के प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने विदेश मंत्री जयशंकर से उसे वापस लाने की अपील की थी.

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे ट्वीट के बाद, मुझे विदेश मंत्रालय और शिकागो के भारतीय वाणिज्य दूतावास से जवाब मिला कि वह तुरंत यात्रा करने की स्थिति में नहीं हैं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम लड़की की देखभाल के लिए उसके माता-पिता को शिकागो भेजने की कोशिश कर रहे हैं. माता-पिता के पास पासपोर्ट नहीं है. हमने आईटी मंत्री केटीआर (तेलंगाना) से अपील की है कि वे उन्हें पासपोर्ट और हैदराबाद में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास से वीजा दिलाने में मदद करें. कई व्यक्ति और संगठन अमेरिका की यात्रा के लिए आगे आए हैं.’’

खान ने कहा, ‘‘हमें सरकार से भी त्वरित प्रतिक्रिया मिली. हम जयशंकर, विदेश मंत्री और शिकागो में भारतीय वाणिज्य दूतावास और उन सभी संगठनों को धन्यवाद देते हैं जो उनकी मदद के लिए आगे आए हैं.’’

इससे पहले, एमबीटी के प्रवक्ता ने ट्वीट किया था, ‘‘हैदराबाद की सैयदा लुलु मिन्हाज जैदी ट्राइन यूनिवर्सिटी, डेट्रॉयट से एमएस करने गईं थीं, उन्हें शिकागो, आईएल में बहुत बुरी हालत में पाया गया था. उनकी मां ने एस जयशंकर से उनकी बेटी को वापस लाने की अपील की है. हम तत्काल मदद की सराहना करेंगे.’’


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