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रविवार, 11 मई, 2025
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कोकबोरोक का पेपर बंगाली लिपि में लिखने के लिए मजबूर किये जाने पर करेंगे विरोध : टिपरा मोथा प्रमुख

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अगरतला, तीन फरवरी (भाषा) टिपरा मोथा के अध्यक्ष प्रद्योत किशोर माणिक देबबर्मा ने शनिवार को चेतावनी दी कि अगर त्रिपुरा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (टीबीएसई) ने छात्रों को कोकबोरोक के प्रश्नपत्र को बंगाली लिपि में लिखने के लिए मजबूर करने की कोशिश की तो वे इसके खिलाफ ‘जवाबी कार्रवाई’ करेंगे।

विपक्षी नेता अनिमेष देबबर्मा ने शुक्रवार को टीबीएसई अध्यक्ष धनंजय गोनचौधरी को हटाने की मांग की थी। टीबीएसई अध्यक्ष पर आरोप है कि उन्होंने परीक्षा पर्यवेक्षकों को यह निर्देश दिया कि यदि कोई छात्र आगामी बोर्ड परीक्षाओं के दौरान कोकबोरोक प्रश्नपत्र के लिए रोमन लिपि में उत्तर लिखता है तो उस छात्र के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करें। बोर्ड की परीक्षा अगले महीने के पहले सप्ताह से शुरू होंगी।

गोनचौधरी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अगर छात्र रोमन लिपि में उत्तर लिखते हैं तो बोर्ड भविष्य में कोकबोरोक प्रश्नपत्र के उचित उद्भव के लिए अच्छी तरह से तैयार नहीं हो सकेगा है।

टिपरा मोथा के अध्यक्ष प्रद्योत किशोर माणिक देबबर्मा ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘चौधरी जी आप हमारे छात्रों के खिलाफ कितनी प्राथमिकी दर्ज कराएंगे? आपके इस व्यवहार के प्रतिकूल परिणाम होंगे? यह मत भूलिए कि जब भी भाषा और लिपि थोपी जाती है, प्रतिशोध होता है।’’

एक मार्च से शुरू होने वाली टीबीएसई की माध्यमिक परीक्षा में लगभग 40,000 छात्र, जबकि उच्च माध्यमिक की परीक्षा में 34,000 छात्र शामिल होंगे।

भाषा रवि कांत सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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